mera beta 1. 3 year ka h , uska weight 8kg h , woh bahut patla h , kuch khata bhi nahi j kya kru
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mera beta 1. 3 year ka h , uska weight 8kg h , woh bahut patla h , kuch khata bhi nahi j kya kru

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Updated on Jul 20, 2019

Answer:
बच्चा खाना खाने में आनाकानी क्यों करता है
कुछ बच्चों में नए फूड को लेकर फोबिया की समस्या होती है जिसको न्यू फूड फोबिया के नाम से जाना जाता है। लेकिन आप इस बात को लेकर चिंतित ना हों क्योंकि कुछ दिनों में सभी बच्चे इस परेशानी से बाहर आ जाते हैं।
नया फूड कैसे बच्चे को इंट्रोड्यूस करें ?
बच्चों के अंदर व्यक्तिगत स्वतंत्रता की भावना का भी विकास होना शुरू हो जाता है और वे ये चाहते हैं कि जो खाना उनको अच्छा लगता है वे उसी को खाएं। और तो और वे ये भी चाहते हैं कि वे खुद से तय करें कि उनको कितना खाना चाहिए और वे अपने हाथ से खाएं या नहीं। यहां आपको कोई भी नया फूड बच्चे को खिलाने से पहले ये तरीका आजमान चाहिए। कोई भी नया फूड आप अपने बच्चे को सुबह के समय में सर्व करें क्योंकि इस समय में आपका बच्चा सबसे कम एग्रेसिव होता है और इस समय में वो ऊर्जा से भरपूर होता है। इसके अलावा आप नए फूड के साथ आप बच्चे के पुराने फेवरेट डिश भी जरूर सर्व करें।
फिंगर फूड्स से बच्चे को परिचय कराना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- ताजे फलों को काटकर दे सकते हैं जैसे कि सेव, आम केला
- इसके अलावा खीरा और टमाटर जैसी सब्जियों को भी छोटे टुकड़ें कर बच्चे को खिला सकती हैं।
- अनाज से बने बिस्किट, सेरेल्स और चीज वगैरह भी बच्चे को फिंगर फूड्स के रूप में सर्व कर सकती हैं।
इसके अलावा भी कुछ और तरीके हैं जो आपके बच्चे की खाना खाने में आनाकानी करने की आदतों में बदलाव लाने में मदद कर सकते हैं। आप अपने बच्चे के डाइट चार्ट में अलग-अलग प्रकार के कलरफुल खाने को शामिल करें। चपाति या सैंडविच को देने समय में इसको स्टार, त्रिकोण या अन्य किसी प्रकार के शेप में काटकर सर्व करें।
आप चाहें तो अलग-अलग कलर के टिफिन या प्लेट में बच्चे को खाना सर्व करें। बहुत अधिक मात्रा में दूध या जूस बच्चे को नहीं दें क्योंकि इसके बाद ठोस आहार खाने के लिए उनको भूख महसूस नहीं होगी। दो बार के खाने के बीच में गैप रखें ताकि उनको भूख का अनुभव हो सके। अगर आप प्रत्येक 2 घंटे पर बच्चे को खिलाने का प्रयास करेंगी तो आपका बच्चे को भूख का एहसास होगा ही नहीं।
Note: Please check for allergies in your child and his/her medical condition. Please consult with the Doctor in person for physical examination and treatment.
