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अगर शिशु के मुंह में छाले हो जाएं तो किन उपायों को आजमाना चाहिए

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Geeta

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4 years ago

अगर शिशु के मुंह में छाले हो जाएं तो किन उपायों को आजमाना चाहिए

अक्सर दूध पीने वाले बच्चे भूख लगने पर खूब रोते हैं. कभी-कभी ऐसा भी होता है कि वे दिन भर चिड़चिड़ा महसूस करते हैं और ब्रेस्टफीडिंग करना छोड़ देते हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि आपका शिशु ऐसा क्यों करता है? आपके फीड करने और गैस की दवाई देने के बावजूद वो चुप क्यों नहीं हो रहा. हो सकता है उसे मुंह में छाले हो गए हों. जी हां आपने सही सुना! शिशुओं को भी छाले हो सकते हैं. ध्यान रहे कि यह बड़ों को होने वाले माउथ अल्सर (Mouth Ulcer) से बिल्कुल भिन्न है, इसलिए इसका इलाज भी अलग है. शिशु के साथ किसी तरह का प्रयोग न करें. आज हम इस ब्लॉग में पढ़ेंगे कि किन कारणों से शिशु के मुंह में छाले होते हैं. 

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बच्चों के मुंह में होने वाले छाले/ What is thrush in babies: Mouth Thrush In Hindi 

शिशु के जीभ पर दूध पीने से एक मोटी परत जमा हो जाती है. यही वजह इंफेक्शन का कारण बनती है. इसे माउथ थ्रश (Mouth Thrush) कहते हैं. यह एक प्रकार का ओरल यीस्ट इंफेक्शन (Oral Yeast infection) है. यह ज्यादातर मसूड़ों, जीभ, तालु और गाल के दोनों तरफ होते हैं. यह पीले और सफेद रंग के पैच के रूप में दिखाई देते हैं. घबराये नहीं यह शिशुओं में होने वाली एक आम समस्या है. इस इंफेक्शन को कैनडीडा अल्बिकन्स (Candida albicans) कहते हैं. हालांकि, यह बहुत हल्का इंफेक्शन होता है, लेकिन इसकी वजह से बच्चे को काफी दर्द होता है. ब्रेस्टफीड कराने वाली माँ को बच्चे से और बच्चे को माँ से इंफेक्शन ही सकता है.   

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इंफेक्शन के कारण / Reason of infection: Causes of mouth thrush in hindi

आप यह सोच रहे होंगे कि आपके दूधमुंहे शिशु को यह इंफेक्शन कैसे हो सकता है. वो तो केवल दूध पीता है, लेकिन यह इंफेक्शन कई बार जन्म के समय से रहता है. इसके अतिरिक्त यीस्ट इंफेक्शन के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं-

 -यह इंफेक्शन ज्यादातर बर्थ कैनल (Birth Canal) के माध्यम से होता है. यहां  कैनडीडा अल्बिकन्स (Candida albicans) जमा हो जाता है. इसी के जरिये उसे माँ से खाना मिलता है. यहीं से वह इस दुनिया में आता है. इसके अतिरिक्त यदि जन्म के समय सफाई का ध्यान न रख जाए तो जच्चा और बच्चा दोनों को फंगल इंफेक्शन होने का खतरा रहता है. 

-कैनडीडा अल्बिकन्स (Candida albicans) एक प्रकार का ऑर्गनिज्म (organism) है, जो प्रेग्नेंसी में होता है. यह मुख्यत: वजायना में जाकर इकटठा हो जाता है, लेकिन प्रेगनेंसी में हॉर्मोनल बदलाव और एंटीबायोटिक खाने से बर्थ कैनल के माध्यम से मुंह में पहुंच जाता है. 

-कई बार बच्चे की जीभ में दूध जमा हो जाता है, जिससे मुंह में छाले हो जाते हैं. यह प्रॉब्लम नवजात शिशु से लेकर 4 महीने तक के बच्चों में बहुत कॉमन है. 

-इससे बड़े बच्चों के मुंह में अन्य दूसरे कारणों से होते हैं. जो बच्चे बोतल का दूध पीते हैं या प्रीमैच्योर होते हैं, उन्हें वायरल इंफेक्शन होना आम बात है. ऐसे में डॉक्टर उन्हें एंटीबायोटिक देते हैं. जो गुड बैक्टीरिया को खत्म कर करके यीस्ट इंफेक्शन को बढ़ावा देते हैं. 

माउथ थ्रश के लक्षण/ Symptoms Of Mouth Thrush: moth this Sign In Hindi

-जीभ, तालु और गालों के भीतरी हिस्से में सफेद और लाल चकत्ते होना. 

-जीभ का मोटा और लाल दिखाई पड़ने. 

- बच्चे का लगातार रोना. 

-दूध न पीना. 

-जीभ साफ करने पर खून निकलना. 

-मसूढ़ों का फूलना. 

 

छालों से बचाव और उपाय/ Mouth Thrush prevention: mouth Thrush Treatment In Hindi

-आमतौर पर इन छालों के लिए आपको किसी निदान की आवश्यकता नहीं है. कुछ दिनों में यह अपने आप ठीक हो जाते हैं. 

-यदि बच्चा बॉटल का दूध पीता है तो उसकी बॉटल को अच्छे-से स्टेयरलाइज करें. यदि ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल करते हैं तो उसे हमेशा साफ रखें. 

-फीड कराने से पहले और बेस्ड में अपने निप्पल्स को साफ कर लें. 

-दूध पीने के बाद बच्चों की जीभ को क्लीन कर लेना चाहिए. 

-शिशु को इंफेक्शन से दूर रखने के लिए माँ को खूब पानी पीना चाहिए.

-ईयर बड को पानी में डुबोकर बच्चे की जीभ को साफ करें. किसी साफ कपड़े से भी जीभ साफ कर सकते हैं.

 

6 महीने से ऊपर के बच्चे के लिए उपाय / treatment for 6 month babies in Hindi

-बच्चा यदि बड़ा है तो उसके लिए स्किन और एनवायरमेंट फ्रेंड्ली टंग क्लीनर लाएं.

-इतने बड़े बच्चे को नारियल पानी पिला सकते हैं. उसे चम्मच की सहायता से नारियल पानी पिलाएं.

-नींबू पानी और मौसंबी का जूस बच्चे को पिलाएं. इसमें विटामिन सी होता है, जोकि छालों में बहुत फायदेमंद रहता है.

-बच्चे को दही या छास में चीनी मिलाकर भी पिला सकते हैं.

-मुंह के छालों में तुलसी का रस भी लाभ पहुंचाता है.

 निष्कर्ष: (Mouth Thrush) या (Oral Thrush) शिशु में होने वाली एक आम समस्या है. लेकिन थोड़ी सी लापरवाही के कारण यह दिक्कत ज्यादा बढ़ जाती. मगर उपरोक्त घरेलू तरीकों और बचाव के साथ आप शिशु के मुंह के छाले ठीक कर सकते हैं. 

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