क्या है बच्चे के पेट फूलने के कारण और बचाव के उपाय

डेढ़ साल के मिक्की का रोना ही नहीं बंद हो रहा था। पिछले एक दिन से उसकी तबियत सही नहीं चल रही थी। मिक्की की मां वर्षा ने भी यह महसूस किया था कि मिक्की का पेट थोड़ा फूला (Bloated stomach in kids) हुआ है लेकिन उसने इसे जरूरी नहीं समझा। जब मिक्की की पड़ोस वाली आंटी मिक्की का रोना सुनकर आई तो उन्होंने मिक्की के पेट पर हाथ फेरते ही कहा कि इसका पेट फूल (Bloated stomach in kids) गया है और इसे इलाज की जरूरत है। इलाज की बात सुनते ही वर्षा की हालत खराब हो गई क्योंकि इस समय वह डॉक्टर के पास नहीं जाना चाहती थी। लेकिन जब पड़ोस वाली आंटी ने उसे यह कहा कि उसे डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह काम घर पर ही हो सकता है तो वर्षा थोड़ा संभली। आंटी ने वर्षा को दो- चार नुस्खे बताए, जिसमें से एक आजमाने के बाद मिक्की चुप हो गया।
बच्चे के पेट फूलने के कारण / Reason of Stomach Bloating in kids
छोटे बच्चों की पेट फूलने (Bloated stomach in kids) की समस्या कोई नई बात नहीं है। यह एक आम समस्या है, जिसका इलाज घर पर ही किया जा सकता है। कई बार इस वजह से बच्चों को अन्य दिक्कत जैसे बुखार आना, उलटी करना आदि भी हो जाती है। ऐसी स्थिति में उन्हें डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। अमूमन बच्चों का पेट निम्न कारणों की वजह से फूलता (Bloated stomach in kids) है।
- कब्ज- यह बेहद अनकम्फर्टेबल लेकिन गंभीर समस्या नहीं है। लेकिन कब्ज की वजह से बच्चे बहुत दुखी हो जाते हैं और उनका पेट फूल (Bloated stomach in kids) जाता है। यदि बच्चों को कब्ज की समस्या है तो उनका पेट फूलने के साथ ही कड़ा भी हो जाएगा।
- कॉलिक एसिड- इस समस्या से छोटे बच्चे बहुत परेशान रहते हैं, उनकी मांओं को भी समझ नहीं आता कि उनका पेट क्यूँ फूला हुआ है और वे क्यों रो रहे हैं। इस वजह से उनके पेट में दर्द भी होता है और वे सो नहीं पाते हैं।
- अधिक लैक्टोज-अगर आपके लाडले के पेट में जरूरत से ज्यादा लैक्टोज हो तो भी यह पेट फूलने का कारण बन जाता है। उनके पेट में सूजन हो जाती है और दर्द भी होता है।
- ब्रेस्ट फ़ीड-कई बार बच्चा जब ब्रेस्ट फ़ीड करता है तो वह तेजी से दूध पीता है। इस तेजी से दूध पीने के चक्कर में दूध के साथ हवा भी पास होकर बच्चे के पेट में चली जाती है। इसकी वजह से उसका पेट फूल सकता है। कई बार जब मां अपने खान- पान पर ध्यान न देकर ऐसी चीजें खा लेती हैं, जिसे बच्चा पचा नहीं पाता है तो बच्चे के पेट में गैस बनने लगती है और उसका पेट फूल जाता है।
- ठोस डाइट- कई बार जब बच्चे मां के दूध से ठोस आहार लेना शुरू करते हैं तो उन्हें उसे पचाने में समय लगता है। ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चों की बॉडी में प्रोबायोटिक्स और एंजाइम बनने में समय लगता है। ये पाचन में मदद करते हैं।
बच्चे के पेट फूलने में उपाय / Prevention of Stomach Bloating in Kids
- पेट की मालिश- यूं तो कहा जाता है कि पेट की मालिश हल्के हाथों से करे लेकिन अगर आप क्लॉक वेज राउंड सर्कल में अपने लाद्के के पेट की मालिश करेंगी तो यह उसके फूले हुए पेट को कम कर सकता है। इससे गैस के बबल्स बाहर आ सकते हैं।
- डकार दिलवाना- हमारी नानी- दादी हमेशा कहा करती थी कि बच्चे को दूध पिलाने के बाद उसे कंधे पर लेकर डकार जरूर (Burping in kids) दिलवाना चाहिए। यह काम आप बच्चे के लिए तब भी किया करें जब वह ठोस आहार लेना शुरू कर दे। इसके लिए आपको उसकी पीठ को हौले से थपथपाना है। उन्हें खुद डकार आ जाएगा।
- साइकल चलाना- इसके लिए आपको असल में अपने बच्चे से साइकल नहीं चलवानी है, बस इसकी तरह की एक्सरसाइज अक्र्वानी है। यह बच्चे के पेट के गैस को निकालने में मददगार है। आप इस एक्शन को कई बार दोहरा सकती हैं लेकिन यह खाना खिलाने के तुरंत बाद ना करें।
- पेट के बल लेटना- आपको यह बात भले ही अजीब लग रही हो लेकिन ऐसा करने से वाकई पेट का फूलना कम हो जाता है। इसके लिए आप बच्चे को सीधे जमीन पर न सुलाएं। एक चादर बिछाकर ही उसे सुलाएं।
- हींग का पेस्ट-यह टिप्स ना सिर्फ बच्चों के लिए बल्कि बड़ों के लिए भी है। यदि आपके बच्चे का पेट सूजा हुआ लग रहा है तो थोड़े से हींग में पानी मिलाकर उसका पेस्ट तैयार कर लें। अब इस पेस्ट को बच्चे की नाभि के चारों ओर लगा दें। इससे उसके पेट की सूजन कम हो जाएगी।
- जीरा पानी- यह तरीका ना सिर्फ बड़ों बल्कि बच्चों के लिए भी सही है। आपको जीरे को पानी में उबालकर ठंडा कर लेना है। फिर इस पानी को अपने लाडले को पिलाएं। जीरा पेट को ठंडा करने के साथ ही खाना पचाने (Digestive food for kids) में मदद करते हैं।
कब जाएं डॉक्टर के पास / When to see a Pediatrician
अगर आपका बच्चा पेट फूलने के साथ ही लगातार रो रहा है, उसे बुखार है और उसे पेशाब करने में दिक्कत हो रही है तो यह थोड़ा चिंता का विषय है। साथ ही बच्चे को उलटी होना, मल में खून आना जैसे लक्षण दिखें तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं। बच्चे के पेट का फूलना कोई गम्भीर स्थिति नहीं है। ऊपर बताए गए टिप्स को आजमाकर आप अपने बच्चे के फूले हुए पेट को ठीक कर सकती हैं। लेकिन अगर आपके बच्चे को पेट फूलने के साथ बुखार, उलटी, दस्त जैसी कोई परेशानी है तो उसे लेकर उसके पेडियाट्रिशियन के पास जरूर जाएं।
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