क्या आपका बच्चा लेफ्ट हैंडेड है और जाने

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Nivedita

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4 years ago

क्या आपका बच्चा लेफ्ट हैंडेड है और जाने

लेफ्ट हैंडेड होना कोई बुरी बात नहीं है | हमारे पास ऐसे कई तथ्य हैं जो बताते हैं कि राईट हैण्ड की तुलना में हर कार्य में लेफ्ट हैण्ड का प्रयोग करने वाले लोग ज्यादा प्रभावशाली होते हैं। उनमें एक अलग प्रकार की चमक पाई जाती है तथा वे अन्य लोगों से अधिक कुशल माने जाते हैं। 100 लोगो  में से अधिकतम 10 लोग बाएं हाथ का प्रयोग करने वाले होते हैं। वे खाते समय, कार्य करते समय और यहां तक कि लिखते समय भी अपने लेफ्ट हैण्ड को इस्तेमाल में लाते हैं।
 

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क्यों होते हैं लेफ्ट हैंडर्स/ What Causes the Left handers To happen In Hindi

  1.   यह शरीर की आम प्रक्रिया है जो जेनेटिक, लर्निंग थिअरी ,आसपास का माहौल और मस्तिष्क की बनावट के साथ दूसरे कुछ कारणों पर निर्भर है। यह सामान्य प्रक्रिया है। जिस तरह से कोई राइट हैंड से काम करता है, उसी तरह से कोई लेफ्ट हैंड से। हां, यह अलग बात है कि लेफ्ट हैंड को ज्यादा सक्रिय रखने वाले संख्या में बहुत कम हैं। बच्चे का राइट हैंडर होना या लेफ्ट हैंडर होना मां के गर्भ में ही निर्धारित हो जाता है। उसे अपने पैरेंट्स से एक खास तरह का जीन विरासत में मिला होता है। इसे लेफ्ट हैंडर जीन कह सकते हैं।
     
  2. लेफ्ट हैंड वाले बच्चे के मस्तिष्क की सक्रियता  मस्तिष्क दो गोलार्द्ध में बंटा होता है, बायां और दायां। मेडिकल जगत में यह साफ है कि बायां गोलार्द्ध शरीर के सीधे तरफ यानी दाईं ओर के हिस्से को संचालित करता है और दायां गोलार्द्ध बाएं ओर के हिस्से को। इसका मतलब यह है की जिन बच्चो में मस्तिष्क का दायां हिस्सा ज्यादा सक्रिय होता है, उनके शरीर के बाएं हिस्से यानी बाएं हाथ, बाएं पैर और यहां तक कि बाइं आंख ज्यादा सक्रियता से काम करते हैं।  
     
  3. तेजी से और एक साथ कई काम करना -- लेफ्ट हैंडेड बच्चे दाहिने हाथ के मुकाबले अपने लेफ्ट हैण्ड के  प्रयोग से ज्यादा तीव्रता से कार्य कर पाते हैं। लैफ्ट-हैंडेड लड़कियां काम करते समय अपने दिमाग को इस प्रकार से नियंत्रित कर लेती हैं कि उनके दोनों हाथ एक साथ काम करने लगते हैं। उनका दिमाग काफी तेज़ी से दोनों हाथों को कमांड देने लगता है, परिणाम स्वरूप पलक झपकते ही सारे काम खत्म हो जाते हैं।
     
  4. अच्छा आईक्यू लेवल -- ऐसा माना जाता है की जो बच्चे लैफ्ट-हैंडेड का प्रयोग करते है उनका आईक्यू लेवल अधिक होता है। क्युंकि लेफ्ट हैंडर्स का दिमाग कुछ अलग तरीके से काम हैं, इसलिए ये लोग क्रिएटिव और पढ़ाई में तेज हो सकते हैं। उदहारण के लिए अमिताभ बच्चन, चार्ली चैप्लिन, ल्युनार्डो द विंची, अलबर्ट आइन्सटीन, जैसे लेफ्ट हैंडर्स के नाम प्रसिद्ध हैं।  एक शोध के मुताबिक किसी आईक्यू टेस्ट में सफल होने वालों की लिस्ट में सबसे ज्यादा वही लोग थे जो लैफ्ट-हैंडेड हैं।
     
  5. सोचने का नजरिया अलग होता है -- लैफ्ट-हैंडेड बच्चे अन्य बच्चों के मुकाबले में चीज़ों को एक अलग नजरिये से देखने की क्षमता रखते हैं। विषय चाहे कुछ भी हो, उसका एक अलग सार या दिशा देना इनकी आदत होती है, जिसे देख लोग भी दंग रह जाते हैं। ऐसा इसलिए भी है क्युंकि लैफ्ट-हैंडेड बच्चों  का राईट (दायाँ ) दिमाग काम करता है जो की भावनाओं ,अनुभूती आदि ले लिए जिम्मेदार होता है।

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