क्या होता है प्लासेंटल एेबरप्शन (Placental Abruption) गर्भावस्था के दौरान

आपका और आपके बच्चे का नाल जुड़ा हुआ होता है जिससे आप जो खाते है उसका पोषक तत्व आपके बच्चे को भी मिलता है। इसे डिलीवरी से पहले तक गर्भाशय से जुड़े रहना होता है। प्लासेंटल एेबरप्शन में नाल गर्भाशय की दीवार से अलग हो जाती है, जिससे ऑक्सीजन का प्रवाह और आपके द्वारा अपने बच्चे को दिए जाने वाले महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को उन तक पहुचने में मुश्किल होती है। यह स्थिति लगभग 100 में से 1 प्रसवों में होती है।
प्लासेंटल ऐबरप्शन के लक्षण क्या हैं / What Are The Symptoms Of Placental Abruption In Hindi
- पेट या पीठ में दर्द होना
- लगातार गर्भाशय संकुचन
- योनि से खून का बहना
- ये सभी प्लासेंटल ऐबरप्शन के लक्षण हैं।
- यदि आपके डॉक्टर को संदेह है कि आपको प्लासेंटल एेबरप्शन के संकेत है , तो वह पेट या योनि के अल्ट्रासाउंड के साथ ब्लड टेस्ट भी करेंगे
प्लासेंटल ऐबरप्शन होने की वजहें / Reasons And Risk Factors That Lead To Placental Abruption In Hindi
- इसका सटीक कारण बताना तो मुश्किल हो सकता है,पर कुछ स्थिति जैसे पेट के बल गिराने या किसी दुर्घटना में चोट लगने से गर्भाशय की दीवार फाटने का कारण बन सकता है।
- अन्य कारण जैसे मधुमेह , धूम्रपान, उच्च रक्तचाप, कोकीन का उपयोग या गर्भावस्था के दौरान ज्यादा शराब पीना, 35 से ज्यादा उम्र में माँ बनाना, या पहले कई बार माँ बन चुकी हो, आपका पहले सीजेरियन ऑपरेशन हो चुका हो आदि इसके कारण हो सकते है।
प्लासेंटल एेबरप्शन को रोकने के लिए क्या करे -- दुर्घटना या आघात को रोकने के लिए तो आप ज्यादा कुछ नहीं कर सकते है , लेकिन शराब, सिगरेट और गलत दवाओं के सेवन से बचना आपके हाथ में है। यदि आपको गर्भावस्था से पहले उच्च रक्तचाप या मधुमेह था तो आप अपने डॉक्टर से सलाह जरुर करे।
प्लासेंटल ऐबरप्शन का इलाज -- अगर गर्भाशय की दीवार कम फटी है तो आपको डॉक्टर की देख रेख में रखा जायेगा ,आपकी हार्टबीट आदि को कन्ट्रोल किया जायेगा पर अगर वह ज्यादा गंभीर है तो फ़ौरन अपका सी -सेक्शन ऑपरेशन करना पड़ सकता है |
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