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क्या गर्भावस्था में कफ सीरप पी सकते हैं? जानिए किन उपायों को आजमाएं

मुबारक हो आप प्रेगनेंट हैं। अब आपको बच्चे के जन्म तक संभलकर रहना होगा। क्योंकि गर्भवती होते ही हर चीज (अच्छी व बुरी) न केवल आपको प्रभावित करती है, बल्कि आपके अजन्मे बच्चे को भी। सर्दी-जुकाम आम समस्या है। यह आपको इस दौरान भी हो सकता है, तो घबराएं नहीं और बिना डाॅक्टरी सलाह के स्वयं किसी भी प्रकार कफ सीरप नहीं लें। यह हानिकारक हो सकता है। मिशिगन यूनिवर्सिटी हेल्थ सिस्टम के अनुसार, गर्भावस्था के पहले 12 हफ्तों तक सभी दवाओं से बचना चाहिए। कारण इस समय बच्चे के महत्वपूर्ण अंगों के विकास होता है। कई डॉक्टर 28 सप्ताह तक संभलकर रहना चाहिए। यदि आप गर्भवती हैं तो कोई भी दवा (चाहे कफ सीरप) लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात अवश्य करें। कई दवाएं 12 सप्ताह की गर्भावस्था के बाद सुरक्षित मानी जाती हैं।
गर्भावस्था में सर्दी के लक्षण क्या हैं?
आमतौर पर गर्भावस्था में सर्दी जुकाम गले में खराश के साथ शुरू होता है, जो एक या दो दिन तक रहता है, इसके बाद धीरे-धीरे अन्य लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे- बहती नाक, छींेकें आना, थकान, सूखी खांसी, 100 डिग्री फारेनहाइट के आस-पास बुखार रहना।
गर्भावस्था के दौरान सर्दी-जुकाम क्या होती है?
आमतौर पर सर्दी-जुकाम एक प्रकार के वायरस के कारण होती है, जिसे राइनोवायरस के रूप में जाना जाता है, जो व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से पहुंच जाता है। 200 या अधिक कोल्ड वायरस हैं, जो सर्दी-जुकाम के प्रमुख कारण हैं।
गर्भावस्था में सर्दी-जुकाम कितने दिन तक रहता है
सर्दी-जुकाम के लक्षण आमतौर पर 5 से 7 दिनों तक रहते हैं। यदि इससे अधिक दिनों तक लक्षण बरकरार रहे, तब डाॅक्टर से सलाह लें। गर्भावस्था में इसके लिए स्वयं से कोई दवाई या कफ सिरप नहीं लें। अन्यथा लेने के देने भी पड़ सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान सर्दी और फ्लू के लिए घरेलू उपचार
इस अवस्था में जितना हो सके दवाईयों के सेवन से बचना चाहिए। सर्दी-जुकाम के लिए फार्मेसी से दवा लेने से बेहतर है घरेलू उपचार अपनाएं। ये सभी पूरी तरह सुरक्षित हैं। या यूं कहें कि इनका नुकसान आप और होने वाले बच्चे पर नहीं पड़ेगा।
- नाक बह रही है, तो दिन में आराम करें।
- व्यस्त रहें और गर्भावस्था में सुरक्षित व्यायाम करें।
- फ्रिज की ठंडी चीजें नहीं खाएं। कम मात्रा में स्वस्थ आहार लेती रहें।
- प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए विटामिन सी युक्त फल-सब्जियां लें, जैसे- खट्टे फल (संतरे, कीनू, अंगूर), स्ट्रॉबेरी, तरबूज, कीवी, आम, टमाटर, बेल मिर्च, पपीता, ब्रोकोली, लाल गोभी और पालक। इनके सेवन से सर्दी-जुकाम ठीक होगा।
- प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए जिंक का भी सेवन करें। गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 11-15 मिलीग्राम जिंक लेना चाहिए। इसके प्रमुख स्त्रोत हैं- बीफ, पोर्क, अंडे, दही, गेहूं का दलिया। प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने पर किसी भी तरह के फ्लू से शरीर लड़ सकता है।
- बुखार, छींकने और बहती नाक से शरीर से तरल पदार्थों की कमी हो जाती है, जो आपके और आपके बच्चे के लिए आवश्यक है। शरीर को हाइड्रेट रखें। गर्म पानी, अदरक की चाय या सूप (चिकन सूप, वेजिटेबल सूप, पालक सूप, टमाटर सूप, मशरूम सूप आदि) लेती रहें।
- यदि घर में हवा शुष्क है, तो हवा को माॅइस्चराइज करें। इसके लिए कोल्ड या वार्म एयर हुमिडीफायर का इस्तेमाल करें।
- नमक मिले गुनगुने पानी के गार्गल करें। इससे सर्दी, जुकाम व गले की खराश में राहत पहुंचेगी।
- शहद का सेवन करें। एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू और 1 चम्मच शहद डालकर पिएं। इससे राहत मिलेगी।
- स्टीम लें। यह बलगम को ढीला करती है।
- पैरों के तलवों पर गुनगुना सरसो का तेल लगाएं।
गर्भावस्था और दवाएं
मिशिगन विश्वविद्यालय के अनुसार गर्भावस्था के पहले 12 हफ्तों में सभी दवाओं से बचना सबसे अच्छा है। बच्चे के महत्वपूर्ण अंगों के विकास के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है। कई डॉक्टर 28 सप्ताह के बाद भी सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। यदि आप गर्भवती हैं या गर्भवती होने की कोशिश कर रही हैं तो कोई भी दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
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