शिशु के सिर पर जमी सफेद-पीली पपड़ी को कैसे हटाएं?

शिशु के सिर पर जमी सफेद-पीली पपड़ी जिसको क्रेडल कैप भी कहते हैं को हटाने के बहुत सारे तरीके हैं। मेरी सारा बेटी अभी दो साल की है। मुझे याद है कि जब मेरी बेटी सारा 2-4 महीने की थी तब उसके सिर पर सफेद पपड़ी जम गई थी। दिल्ली जैसे महानगर में रहती हूं और यहां दादी-नानी तो साथ में रहते हैं नहीं, फिर इसके बारे में किससे पूछूं। जब मुझे कुछ समझ में नहीं आता तब मैं सारा को हमेशा टोपी पहनाकर रखती थी लेकिन यह इसका उपाय नहीं था। आखिरकार मैंने पीडीअट्रिशन (paediatrician) से इस बारे में बात की और उसके बाद उन्होंने मुझे इस पपड़ी को मिटाने के कई उपाय सुझाए। आप भी मेरी जैसी मां हैं। इस बाबत मैं अपना अनुभव अपसे साझा करती हूं, ताकि इस समस्या का निदान आपको नेचुरल चीजों से ही मिल जाए।
नवजात बच्चों में सफेद पपड़ी / Is Cradle Cap Common Among Newborns in Hindi
नवजात शिशु की त्वचा बेहद नाजुक होती है। आप चाहे बच्चे का डायपर बदलें, कपड़े पहनाएं, मालिश करें, नहलाएं या पुचकारें। हर काम में सर्तकता बरतें। इस ओर ढील बरतने से ही बच्चे की स्किन पर एलर्जी या रैशेजस या लाल चकत्ते हो सकते हैं। आपके शिशु के सिर पर सफेदी या पीली पपड़ी जमा हो गई है। तो इससे घबराएं नहीं। ऐसा हर शिशु के सिर पर हो जाता है। पहले तो यह जान लें कि यह कोई बीमारी नहीं है। साफ-सफाई की कमी के कारण पपड़ी जमती है। यह पपड़ी सफेद व पीले रंग की चिपचिपी होती है। इसे अंग्रेजी में क्रेडल कैप कहते हैं। इसे मेडिकल भाषा में इंफेटाइल सेबोरीक डर्मेटाइटिस कहा जाता है।
शिशु के सिर पर सफेद पपड़ी क्यों जम जाती है?/ Reasons of Cradle Cap in Hindi
क्रेडल कैप यानी सफेद पपड़ी की मुख्य वजह है साफ-सफाई की कमी। या यूं कहें कि मैल की परत का जमना। अमूमन मां-बाप शिशु को कोमलता से नहलाते हैं। साथ ही माइल्ड सोप को मुलायम स्क्रब या हल्के हाथ से अंगूली दबाव देकर त्वचा की सफाई नहीं करते। एक दो बार तक तो ठीक है, लेेकिन आदतन ऐसा करने से शिशु के सिर पर सफेद-पीली चिपचिपी पपड़ी जम जाती है। इसका मतलब यह नहीं कि आप शिशु को रगड़कर नहलाएं। ऐसा कतई नहीं करें।
क्या सफेद पपड़ी का असर सिर के अलावा अन्य अंगों पर भी हो सकता है / What If Cradle Cap is Not Removed in Hindi
आपको बता दें कि यह मैल या चिपचिपी या सफेद या पीली पपड़ी शिशु की सेहत के लिए घातक हो सकती है। कारण यह चिपचिपी होती है। यदि इसे साफ नहीं किया जाए तो ये शिशु की आंखों, नाक, कान, मुंह, नाभी और प्राईवेट पार्ट तक पहुंच जाएगी। सोचिए यदि ऐसा हुआ तो कितना खतरनाक होगा शिशु के लिए। यह मैल बीमारियों के संक्रमण ही तो है।
क्रेडल कैप का नेचुरल निदान क्या है / Natural Treatment of Cradle Cap in Hindi
नवजात शिशु के सिर को साफ करने माइल्ड शैंपू का प्रयोग करें। यदि शिशु के सिर पर पपड़ी जम गई है, तो उसे रगड़कर साफ नहीं करें। ऐसा करने से शिशु की नाजुक त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। इसे साफ करने के लिए रसोई में मिलने वाली नेचुरल चीजों का प्रयोग करें। इन नेचुरल चीजों में केमिकल नहीं होता। ऐसे में शिशु की त्वचा पर दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।
- ऑलिव ऑयल - मिलावट रहित आॉलिव ऑयल आपकी किचन में होगा। इसका प्रयोग क्रेडल कैप को हटाने के लिए करें। सबसे पहले रात में हल्के हाथों से ऑलिव ऑयल की मसाज शिशु के सिर पर करें। अगली सुबह हाथों और मुलायम ब्रश का इस्तेमाल करते हुए माइल्ड शैंपू से सिर गुनगुने पानी से धो दें। ध्यान रहे कि शिशु का सिर कोमलता से साफ करें। अन्यथा शैंपू शिशु की आंख में जा सकता है और ब्रश व हाथ उसे चुभ सकते हैं।
- बेकिंग सोडा - घबराएं नहीं। पूरी तरह से सुऱिक्षत होता है बेकिंग सोडा। यह सिर के पीएच लेवल को गड़बड़ता नहीं है। अपितु उसे संतुलित करता है। ऐसे में निश्चिंत होकर बेबी के सिर पर बेकिंग सोडे का इस्तेमाल करें। इसे प्रयोग करने के लिए एक बाउल में 1 चम्मच बेकिंग सोडा और 1 चम्मच पानी मेें मिलाएं। याद रहे कि पानी और बेकिंग सोडा की मात्रा बराबर होनी चाहिए। अब नरम दांतों वाले ब्रश से बेकिंग सोडा को बेबी के सिर पर लगाएं और हल्के हाथों से मलें। अंत में माइल्ड शैंपू से बेबी का सिर धो दें। साथ ही पानी का तापमान गुनगुना रखें। यानी पानी ना बहुत ठंडा हो और ना बहुत गर्म। दोनों ही तापमान शिशु की नाजुक त्वचा के लिए घातक हैं। ऐसा करने से सफेदी-पीली पपड़ी हट जाएगी।
- बेबी ऑयल - ऑलिव ऑयल की तरह बेबी ऑयल का भी प्रयोग करें। बस, जेहन में रखें कि नाखूनों या ब्रश या किसी नुकीली चीज से पपड़ी को खरोंचे नहीं। ऐसा करने से बेबी को चोट लग सकती है।
- कोकोनट ऑयल - कोकोनट ऑयल हर घर में मिलता है। चूंकि यह भी फ्रूट ऑयल (नारियल) है, तो यह खाने और बाॅडी मसाज के लिए उम्दा होता है। आप इसका प्रयोग शिशु के सिर पर जमी सफेद पपड़ी हटाने के लिए कर सकते हैं। यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है। इस तेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल तत्व होते हैं। नतीजतन संक्रमण का खात्मा। उपर्युक्त बताए तरीके की तरह इस तेल को आप शिशु के सिर पर लगाएं। मसाज के बाद सौम्य शैंपू से सिर धोएं।
- पेट्रोलियम जेली - बता दें कि शिशु के सिर से पपड़ी हटाने के लिए पेट्रोलियम जेली सुरक्षित है। पर हम सलाह देंगे कि इसका इस्तेमाल तब करें जब उपर्युक्त बताएं उपाय आपके पास नहीं हों। जेली पैराॅफीन वैक्स, मिनरल ऑयल और एलोवेरा से निर्मित होती है। वैसे तो यह सुरक्षित है, लेकिन जब तक संभव हो शिशु को केमिकल्स से दूर ही रखें। इसे लगाने का रात-सुबह का प्रोसेस है। यानी जरूरत अनुसार पेट्रोलियम जेली को शिशु के सिर पर रात में लगाएं और सुबह धो दें। शैंपू व पानी के तापमान की चर्चा कर चुके हैं।
और इन तरीकों को आजमा कर मैंने सारा के सिर से क्रेडल कैप हटाई थी। इसके अलावा आप अपने शिशु को डॉक्टर से भी नियमित रूप से चेकअप करवाते रहें। कई बार कुछ प्राकृतिक उत्पादों से बेबी को एलर्जी भी हो सकती है तो इसलिए बेहतर है कि आप डॉक्टर की सलाह लेते रहें।
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