कोविड टाइम: मेड हेल्पर को घर पर बुला रहे हैं तो ये 10 सावधानियां जरूर बरतें

Prasoon Pankaj के द्वारा बनाई गई संशोधित किया गया May 20, 2020

अपने देश में लॉकडाउन के चौथे चरण की शुरुआत हो गई है। लॉकडाउन के इस चरण में बहुत सारी बातों के लिए ढ़ील दी गई है और उनमें से ही एक ये है कि इस बार घरों में काम करने वाली मेड-हेल्परों को काम करने की इजाजत सरकार की तरफ से दे दी गई है। सरकार की तरफ से तो अनुमति दे दी गई है लेकिन इसके साथ ही लाखो लोग इस बात को लेकर भी सोच में पड़ गए हैं कि इन काम करने वालों को इस समय में अपने घर आने दे या नहीं?
घरों में काम करने वाली मेड-हेल्परों का महत्व
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अनुमानों के मुताबिक अपने देश में 40 लाख से ज्यादा मेड या हेल्पर घरों में काम करने के लिए जाती हैं हालांकि अनाधिकारिक तौर पर यह संख्या 5 करोड़ से ज्यादा बताई जाती है।
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घरेलू काम धंधा करने वाले लोगों में तकरीबन 2 तिहाई महिलाएं हैं।
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घरों में काम करने वाली मेड और ये जहां काम करने जाती हैं दोनों ही एक दूसरे पर निर्भर होते हैं। गरीबी और तकनीकी ज्ञान के अभाव के चलते ग्रामीण इलाकों से बड़े शहरों में रोजगार की तलाश करने वाली महिलाओं के लिए मेड का काम आजीविका का बड़ा सहारा होता है वहीं दूसरी तरफ मध्यम वर्गीय परिवारों में थोड़े पैसे खर्च करने पर उन्हें आराम और सुविधा भी मिल जाती है।
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अधिकांश घरों में पति-पत्नी दोनों जॉब करने के लिए जाते हैं तो ऐसी परिस्थितियों में घर के हर जरूरी काम के लिए जैसे कि खाना बनाने से लेकर साफ-सफाई का काम के लिए वे मेड पर ही निर्भर होते हैं।
लॉकडाउन ने बढ़ा दी मुश्किलें
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लगातार जारी लॉकडाउन के चलते अपने देश में जहां लाखों परिवारों को बिना मेड, नैनी, ड्राइवर या घर का अन्य काम करने में सहयोगियों के बिना ही काम चलाना पड़ा क्योंकि नियमों के मुताबिक लोग काम करने के लिए नहीं जा सकते थे।
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शुरुआती दौर में तो लोगों को ये लगा कि लॉकडाउन बस 3 सप्ताह के लिए है तो उन्होंने इन पलो को एनजॉय के मूड में लिया। यहां तक की कई मशहूर हस्तियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से कूकिंग करते हुए या घरों या बर्तनों की सफाई करते समय की तस्वीरों को या वीडियो को शेयर भी किया।
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लॉकडाउन जैसे जैसे बढ़ता चला गया वैसे ही लोगों को अब अपने मेड या हेल्परों से मिल रही सुविधाओं का भी ध्यान आने लगा। सबसे बड़ी मुश्किल तो ये सामने आने लगा कि जिन घरों में पति-पत्नी दोनों वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं वहां बच्चों का ध्यान रखना या उनको समय पर खाना खिलाना ये सब मैनेज करना इतना आसान नहीं है। वहीं दूसरी तरफ मेड या हेल्पर भी काम पर लौटना चाह रहे थे क्योंकि ज्यादातर लोगों की सैलरी नहीं मिल पाई।
मेड या हेल्परों को लॉकडाउन के समय काम पर बुलाते समय क्या सावधानियां रखें? / Coronavirus Pandemic: 5 things to do before you allow your maid or helper to visit your home In Hindi
अगर आप मेड या हेल्परों को काम पर बुला रहे हैं तो आपको निश्चित रूप से कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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आप मेड या हेल्परों को मास्क का इस्तेमाल करना अनिवार्य कर दें हमारा सुझाव ये है कि आप मेड को घर में इस्तेमाल करने के लिए अलग मास्क दें। इसके साथ ही जब तक मेड काम कर रही है तब तक घर के सभी सदस्य मास्क का प्रयोग करें।
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मेड या हेल्परों को सैनिटाइजर दें और उनको यह जरूर बता दें कि समय-समय पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना क्यों बहुत आवश्यक है
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आपके घर में जब वे प्रवेश करें तो ये सुनिश्चित करें कि वे अपने जूते चप्पल या बैग को बाहर ही रखने के लिए कह दें।
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उन्हें हाथों और पैरों को साबुन या हैंडवाश से अच्छी तरह धोने का निर्देश दें। बाहर से चल कर आने पर कई बार पैरों में भी वायरस के होने का खतरा बना होता है।इसलिए अच्छे तरह से हाथ और पैर धोने के बाद उन्हें सैनेटाइज़र से साफ़ करना भी बेहद ज़रूरी हो जाता है।
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उनके मोबाइल में आरोग्य सेतु एप है या नहीं ये चेक कर लें
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आप उनको अपने घर में रहने के दौरान तक इस्तेमाल करने के लिए एक सेट कपड़ा भी दें सकते हैं
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यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि आपका मेड या हेल्पर किसी बीमारी से ग्रसित तो नहीं है ना...अगर वे बीमारी से ग्रसित हैं तो अभी उनको काम पर नहीं बुलाएं।
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सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए उनसे कम से कम 6 फ़ीट की दूरी बना कर रखें। घर में मौजूद बच्चों और बुज़ुर्गों को अलग रूम में रखें।
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मेड द्वारा प्रयोग किए जा रहे सामान जैसे की झाड़ू, पोछा, डस्टिंग क्लॉथ, इत्यादि से भी संक्रमण का ख़तरा हो सकता है। इसलिए इन सामानों को पुनः इस्तेमाल से पहले सेनेटाइज़ करना आवश्यक माना जाता है। आप चाहें तो इन सामानों को घरेलू सैनेटाइजर की मदद से साफ़ कर सकते हैं।
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आप इनको प्लास्टिक के बूट्स और हैंड ग्लव्स इत्यादि उपलब्ध करवा दें। ख्याल रखें कि बर्तन धोने और किचन का काम करने के लिए वे अलग से रखे हुए रबर ग्लव्स का इस्तेमाल करें। इस तरह आपके घर और किचन में रखे पदार्थ त्वचा के संपर्क में आने से बचे रहेंगे।
ये भी बहुत आवश्यक है कि किचन के सिंक के पास आप हैंडवाश और सैनेटाइजर ज़रूर रखें। इसके साथ ही किचन में मौजूद नल के टैप, माइक्रोवेव, फ्रिज के हैंडल इत्यादि जगहों को रोज़ सैनेटाइज़ करें। आप प्रयास ये कहें कि फ्रिज से सामान निकालकर आप खुद दे दिया करें। इसके अलावा ये भी सुनिश्चित करें कि मेड या हेल्पर का प्रतिदिन टेंपरेचर वगैरह भी चेक किया जाए। बेहतर तो यही होगा कि आपकी सोसाइटी के मेन गेट पर ही इस तरह का इंतजाम हो। स्वास्थ्य विभाग एवं आपकी सोसाइटी की समिति के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें
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इस ब्लॉग को पेरेंट्यून विशेषज्ञ पैनल के डॉक्टरों और विशेषज्ञों द्वारा जांचा और सत्यापित किया गया है। हमारे पैनल में निओनेटोलाजिस्ट, गायनोकोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिशियन, न्यूट्रिशनिस्ट, चाइल्ड काउंसलर, एजुकेशन एंड लर्निंग एक्सपर्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, लर्निंग डिसेबिलिटी एक्सपर्ट और डेवलपमेंटल पीड शामिल हैं।
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