बच्चों में कैसे जगाएं सहनशीलता और गुस्से से दूर रहने की भावना

Parentune Support के द्वारा बनाई गई संशोधित किया गया Dec 06, 2020

गुस्सा सबसे ज्यादा नुकसान गुस्सा करने वाले को ही पहुंचाता है। आजकल छोटे-छोटे बच्चों में भी ये समस्या देखी जा रही है। वह छोटी-छोटी बात पर गुस्सा हो जाते हैं। मौजूदा समय में कई पैरेंट्स इस बात से परेशान रहते हैं कि उनका बच्चा बहुत जिद्दी और गुस्सैल स्वभाव का है। कई माता-पिता बच्चों का गुस्सा कंट्रोल नहीं कर पाते और खुद भी गुस्सा करने लगते हैं, इससे दोनों को नुकसान पहुंचता है। बच्चे को गुस्से से दूर रखने के लिए जरूरी है कि उन्हें पहले सहनशील बनाया जाए। छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप भी अपने बच्चे में सहनशीलता और गुस्से से दूर रहने की भावना जगा सकते हैं।
ऐसे करें बच्चे के गुस्से को छूमंतर
-
बच्चे को अनदेखा न करें – कई बार बच्चे अपनी ओर ध्यान खींचने के लिए भी गुस्सा करते हैं। जब बच्चों को लगता है कि उनकी अनदेखी की जा रही है, तब वह गुस्सा करके अपनी ओर सबका ध्यान खींचने की कोशिश करते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप बच्चे को समय दें, उनकी बातें सुनें।
-
खान-पान और नींद का भी रखें ध्यान – आजकल ज्यादा सीखने की चाह में बच्चों पर स्कूल, ट्यूशन और घर पर पढ़ाई का बोझ एक साथ पड़ रहा है। इसके अलावा बच्चे पूरी नींद नहीं लेते हैं, उनका खानपान भी ठीक नहीं रहता, इन सबसे उसमें शुगर कम हो जाता है और उन्हें गुस्सा आता है। उन्हें पढञाई अच्छी नहीं लगती, उनमें चिड़चिड़ापन आ जाता है। इससे बचने के लिए आवश्यक है कि आप अपने बच्चे का खानपान ठीक रखें। उसे कम से कम 7 घंटे की नींद की आदत डालें।
-
खुद शांत रहें – अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा गुस्सा न करे, तो इसके लिए आपको भी गुस्सा छोड़कर शांत रहना होगा। बच्चे जो देखते हैं, वही सीखते हैं। अक्सर आप जब दफ्तर से थके आते हैं तो छोटी छोटी बात पर गुस्सा करते हैं। इस आदत को बदलें। इसके अलावा अगर बच्चा गुस्सा कर रहा है, तो आप उस पर गुस्सा होने की बजाय शांत रहें। ध्यान रखें कि जिस तरह छोटी बात पर आप गुस्सा हो जाते हैं, उसी तरह बच्चे भी छोटी बातों पर भड़क जाते हैं। बच्चे से गलती होने पर कभी भी हिंसक न हों, उसे प्यार से समझाएं। क्योंकि पिटाई से बच्चा और गुस्सैल हो जाता है।
-
गुस्से की वजह जानें – जब कभी बच्चा गुस्सा कर रहा हो, तो सबसे पहले उसकी वजह जानने की कोशिश करें। इससे यह पता चल जाएगा कि उसके साथ कैसा व्यवहार करना है और उसे कैसे शांत कराना है।
-
बच्चे को सिखाएं व्यवहार करना - अपने बच्चे को समय-समय पर अच्छा व्यवहार करना सिखाते रहें।
-
ध्यान दूसरी तरफ लगाएं – जब कभी बच्चे को गुस्सा आए, तो उसे कहीं बाहर ले जाएं और उसका ध्यान उस बात से हटाने की कोशिश करें।
-
बच्चे को एक्सरसाइज के लिए प्रेरित करें – एक्सरसाइज करने और खेलकूद में भाग लने वाले बच्चों में गुस्सा कम आता है, ऐसे में जरूरी है कि आप भी अपने बच्चे को खेलकूद व एक्सरसाइज के लिए प्रेरित करें।
- बच्चे की क्षमता का आकलन करें – पैरेंट्स को हमेशा बच्चे की क्षमता का आकलन करते रहना चाहिए। क्षमता के हिसाब से ही उन्हें काम देना चाहिए। इसके अलावा इस पर भी नजर रखनी चाहिए कि बच्चा किन बातों से भड़कता है। कहीं घर व बाहर में मिल रही उपेक्षा से परेशान होकर गुस्सैल तो नहीं हो रहा।
आपका एक सुझाव हमारे अगले ब्लॉग को और बेहतर बना सकता है तो कृपया कमेंट करें, अगर आप ब्लॉग में दी गई जानकारी से संतुष्ट हैं तो अन्य पैरेंट्स के साथ शेयर जरूर करें।
इस ब्लॉग को पेरेंट्यून विशेषज्ञ पैनल के डॉक्टरों और विशेषज्ञों द्वारा जांचा और सत्यापित किया गया है। हमारे पैनल में निओनेटोलाजिस्ट, गायनोकोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिशियन, न्यूट्रिशनिस्ट, चाइल्ड काउंसलर, एजुकेशन एंड लर्निंग एक्सपर्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, लर्निंग डिसेबिलिटी एक्सपर्ट और डेवलपमेंटल पीड शामिल हैं।














टॉप बाल मनोविज्ञान और व्यवहार ब्लॉग
टॉप बाल मनोविज्ञान और व्यवहार बातचीत
टॉप बाल मनोविज्ञान और व्यवहार प्रश्न

{{trans('web/app_labels.text_some_custom_error')}}
{{trans('web/app_labels.text_some_custom_error')}}