कोरोना एलर्ट : छींकने, जूते व मास्क को लेकर क्या कहता है रिसर्च

Prasoon Pankaj के द्वारा बनाई गई संशोधित किया गया Apr 13, 2020

देश और दुनियाभर में कोरोना के संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं हालांकि इसको लेकर शोधकर्ता निरंतर रिसर्च में जुटे हुए हैं। रिसर्च के नतीजों के आधार पर लोगों से एहतियात बरतने की सलाह दी जाती है। अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के दावों के मुताबिक छींकने पर चार मीटर तक फैल सकता है कोरोना वायरस और इसके साथ ही जूते के सोल भी कोरोना करियर का काम कर सकते हैं।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के रिसर्च के नतीजों से जुड़ी खास बातें
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कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए पहले 3 फीट की दूरी रखने की सलाह दी गई थी लेकिन अब अमेरिकन रिसर्च के मुताबिक संक्रमण से बचने के लिए कम से कम 4 मीटर यानि 13 फीट की दूरी बना कर रखने की आवश्यकता है।
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वहीं दूसरी तरफ पेइचिंग में सैन्य चिकित्सवा विज्ञान अकादमी में किए गए रिसर्च के मुताबिक ये आशंका जताई गई है कि 6 फीट की सामाजिक दूरी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए काफी नहीं है।
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रिसर्च में बताया गया है कि जूतों के सोल भी कोरोना वायरस के करियर का काम करते हैं।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अमेरिाका समेत कई और मुल्कों में सभी लोगों को मास्क पहने का निर्देश जारी कर दिया गया है। ऐसे में सबसे अहम सवाल ये है कि क्या बच्चों को भी मास्क पहनना अनिवार्य है। अमेरिका की हेल्थ एजेंसी सीडीसी के मुताबिक 2 साल से कम उम्र की बच्चों के लिए मास्क खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि मास्क के चलते 2 साल से कम उम्र के बच्चों को दम घुटने की आशंका हो सकती है। हालांकि 2 साल से ऊपर के बच्चों को मास्क पहनाना सुरक्षित है बस इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे को सांसों से संबंधित कोई समस्या ना हो।
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बच्चे के लिए क्यों जरूरी है मास्क पहनाना?
बच्चे को मास्क पहनाने पर हम संक्रमण से बच्चे को बचा सकते हैं और दूसरे को भी संक्रमित होने से बचा सकते हैं। छींकने, खांसने से इन्फेक्टेड होने का खतरा ज्यादा बना होता है और मास्क हमें संक्रमित होने से बचाता है। सार्वजनिक जगहों पर अगर आप बच्चे को साथ लेकर जाते हैं तो वहां मास्क का प्रयोग अवश्य करें। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना सबसे जरूरी है। वैसे तो अभी पूरे देश में लॉकडाउन लागू है लेकिन अगर भविष्य में लॉकडाउन में छूट मिल भी जाती है तो अगर आपका बच्चे की तबियत खराब हो तो उसे बाहर लेकर ना जाएं।
छोटे बच्चे अगर मास्क पहनने से मना कर दें तो उनको कैसे मनाएं?
हम बड़े लोग तो समझदार हैं और मास्क के महत्व को बखूबी समझते हैं लेकिन बच्चों का क्या? आपको याद होगा सर्दी का मौसम जब आप अपने बच्चे को टोपी पहनाते होंगे लेकिन जैसे ही घर के अंदर तापमान सामान्य हुआ तो सबसे पहले आपका बच्चे टोपी हटा देता होगा। यही स्थिति मास्क के साथ भी हो सकती है। बच्चे अगर मास्क पहन भी लें तो वे उसको हटाने के उपक्रम में जुट जाते होंगे।
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आप एक्सपर्ट की सलाह के मुताबिक अपने बच्चे के लिए घर में भी मास्क तैयार कर सकती हैं।
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अपने बच्चे को मास्क के महत्व और उपयोग के बारे में अच्छे से समझाएं।
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आप अपने बच्चे को मास्क का इस्तेमाल करने पर इनाम भी दे सकती हैं।
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आप अपने बच्चे को कपड़े का मास्क पहना सकती हैं चूंकि N-95 मास्क और सर्जिकल मास्क की आपूर्ति बहुत कम होती है। घर में बना हुआ कपड़े का मास्क बच्चे के लिए बेहतर विकल्प है।
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