क्या हैं करी पत्ते(Curry Leaf) के चमत्कारिक औषधीय गुण, फायदे और उपयोग ?

Anubhav Srivastava के द्वारा बनाई गई संशोधित किया गया Sep 28, 2019

करी पत्ते का इस्तेमाल खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए कई घरों में किया जाता है, लेकिन मीठा नीम के नाम से मशहूर इस पत्ते में कई औषधीय गुण भी हैं, जो आपके शरीर व स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसका इस्तेमाल कई गंभीर बीमारियों में भी किया जाता है।
क्या हैं करी पत्ते के फायदे / Benefits Of Curry Leaves in Hindi
यहाँ करी पत्ती (Curry Leaves) के सेवन से होने वाले फायदे, करी पत्ते के गुण और करी पत्ते का उपयोग के बारें में पढ़ें।
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करी पत्ते से बालों को फायदा - करी पत्ते में कई पोषक तत्व होते हैं, जिससे बालों को फायदा पहुंचता है। इसके पत्तों को पीसकर लेप बनाकर बालों की जड़ों में लगाएं। आप करी पत्ते को खा भी सकते हैं। दरअसल करी पत्ते में बिटामिन बी1, बी3, बी9 व बिटामिन सी होता है। इसके अलावा इसमें आयरन, कैल्शियम और फॉस्फोरस भी प्रचुर मात्रा में रहता है, जिससे आपके बाल काले, लंबे, घने व मजबूत होंगे।
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करी पत्ता हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए भी काफी फायदेमंद है। रोजाना सुबह 6-7 करी पत्ते चबाने से बीपी कंट्रोल में रहता है।
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करी पत्ता दिल के मरीजों के लिए भी लाभकारी है। इस पत्ते में बड़ी मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है, जो ब्लड में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। एंटीऑक्सिडेंट फैट को आर्टरीज में जमने से भी रोकता है, इससे दिल की बीमारी को दूर रखा जा सकता है। इसका यूज खाने के अलावा कच्चा चबाकर भी कर सकते हैं।
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एनीमिया से छुटकारा पाने में भी करी पत्ता बहुत कारगर होता है। इसमें आयरन और फोलिक एसिड की मात्रा अधिक पाई जाती है। शरीर में फोलिक एसिड आयरन को सोखने में मदद करता है और आयरन खून की कमी को पूरा करता है। अगर आपको एनीमिया है, तो रोजाना सुबह एक खजूर और 3 करी पत्ते को खाली पेट चबाएं।
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करी पत्ता पेट के पित्त को दूर कर दस्त से आराम दिलाता है। दस्त होने पर कड़ी पत्ते को पीसकर इसके रस को छाछ के साथ दिन में 2-3 बार पीने से दस्त से आराम मिलेगा। इसके अलावा इससे एसिडिटी, कब्ज व डायरिया में भी फायदा मिलता है।
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करी पत्ता डायबिटिज/मधुमेह में लाभकारी - इस पत्ते में मौजूद एंटीडायबिटिक एजेंट और फाइबर, इंसुलिन की मात्रा को कंट्रोल कर ब्लड शुगर लेवल को घटाता है। अगर आप डायबिटिज से पीड़ित हैं तो रोज सुबह खाली पेट 5-6 करी पत्ते का सेवन कर सकते हैं। [पढ़ें - डायबिटिज/मधुमेह में काफी लाभकारी]
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करी पत्ते में मौजूद डिटाक्सीफायर, लीवर के टाक्संस को बाहर निकालता है। इसके नियमित सेवन से लीवर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचा रहता है। अगर आपको लीवर की प्रॉब्लम है तो शुद्ध घी को गर्म करें, इसमें एक कप करी पत्ते का जूस, थोड़ी सी चीनी और पीसी हुई काली मिर्च मिलाकर गर्म कर लें। रस को ठंडा होने दें और रोज एक चम्मच पिएं।
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करी पत्ते में मौजूद विटामिन सी, एंटीबैक्टिरियल और एंटीफंगल एजेंट नाक और सीने में जमा कफ को भी आसानी से निकाल देते हैं। खांसी, जुकाम या कफ की शिकायत होने पर आप दिन में 2 बार एक चम्मच करी पत्ते के पाउडर को शहद में मिलाकर ले सकते हैं।
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करी पत्ते के पेस्ट को लगाने से स्किन इन्फेक्शन में भी काफी आराम मिलता है। दरअसल करी पत्ते में मौजूद एंटी ऑक्सिडेंट, एंटी बैक्टिरियल और एंटी फंगल गुण इसे त्वचा के लिए लाभकारी बनाते हैं।
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महिलाओं में पीरियड्स के समय होने वाली परेशानी और दर्द में करी पत्ते का सेवन काफी राहत देता है। रोज सुबह-शाम करी पत्ते के पाउडर को गुनगुने पानी के साथ लेने से दर्द में राहत मिलती है।
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| Sep 20, 2018
जिन घरों में अभी तक करी पत्ते का प्रयोग नहीं होता है इस ब्लॉग को पढ़के होने लगेगा ऐसा मेरा मानना है। करी पत्ते को कढ़ी, पोहा, उपमा, दाल इन सब में हम यूज कर सकते है। करी पत्ते को मीठा नीम भी कहते है।इसके छोटे पौधे को आसानी से घर में भी लगा सकते है। छोटे पौधे की अवधि तीन से छह महीने होती है और जब चाहो तब आप फ्रेश करी पत्ते प्रयोग में ला सकते है। अगर कहीं पे आसानी से करी पत्ते उपलब्ध ना हो तो आप इसके पत्तों को सूखा के डिब्बे में भर के रख लें। और खाने में इस्तेमाल करें।

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