शिशु को कब्ज से बचाने के 7 नुस्खे

शिशुओं को भी कब्ज हो सकता है! यह चकित करने वाली बात है लेकिन सुबह आपकी छोटे शिशु का पेट ठीक से साफ नहीं होता या उसे पेट साफ करने के लिये जोर लगाना पड़ता है तो हो सकता है कि उसे कब्ज हो।शिशु को दवाईयां दे कर यह बीमारी ठीक हो सकती है पर उसके खान-पान में बदलाव लाकर उसे कब्ज की बीमारी से बचा सकते हैं। अगर आप शिशु की खुराक में पानीदार और रेशे वाले खाने को बढ़ा दें तो शिशु को कब्ज की परेशानी से बचाया जा सकता है।
इससे बचने के लिये आप क्या करेंगी? अगर यह तकलीफ पुरानी है तो आपको जरूर शिशुओं के डाक्टर के पास जाना पड़ सकता है पर डाक्टर की बतायी गयी पेट साफ करने वाली या अन्य दवाईयों के अलावा शिशु की कब्ज की बीमारी मिटाने के लिये आपको चाहिये कि उसके खान-पान के तरीके में कुछ बदलाव करें।
शिशु को कब्ज की समस्या से निजात दिलाने के घरेलु नुस्खे/ Constipation Home Remedies for Babies in Hindi
इससे बचने के लिये आप क्या करेंगी? शिशु को कब्ज से बचाने के लिये उसकी तरल और रेशेदार खुराक बढ़ा दें ...
1.) तरल खुराक में क्या दें
उसे ज्यादा पानी पिलायें। अगर शिशु को सादा पानी अच्छा नहीं लगता तो उसे सूप, नारियल पानी, नींबू पानी और फलों के रस जैसे तरल चीजें पिलायें।
2.) रेशेदार खुराक में क्या दें
भूसी वाली दाल, सेम और अन्य फलियां शिशु के रोज के खाने में शामिल करें। ये चीजें रोज की तरी वाले खाने में, पानीदार खिचड़ी के साथ या सूप में मिला कर दी जा सकती हैं।
3.) शिशु को सभी तरह के अनाज वाला खाना खिलायें
जैसे जौ का दलिया, भूरा चावल, बाजरा, रागी और चावल का आटा आदि। ये चीजें जौ या किसी और अनाज का दलिया बनाकर, रागी और चावल के पापड़ के रूप में दी जा सकती हैं। यह पूरे अनाज का खाना कई तरह से दिया जा सकता है जैसे खिचड़ी, उत्पम, उपमा और इडली के साथ।
4.) शिशु को ज्यादा से ज्याद फल और सब्जियों खिलायें
कड़े फलों जैसे सेब और नाषपाती का पीस कर खिलाया जा सकता है। अन्य फल जैसे केला, पपीता, चीकू, अमरूद और अंगूर को ऐसे ही या पीस कर दे सकते हैं। सूखे फल जैस अंजीर और आलूबुखारा भी कब्ज दूर करने में मदद करते हैं। इन्हे सूखा या रात भर पानी में भिगोने के बाद दे सकते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों, मटर, सेम और गाजर भी कब्ज में फायदा करते हैं।
5.) इनको खिलाने से बचें
साफ किये हुये अनाज या मैदा से बनी हुयी चीजें जैसे बे्रड, पावरोटी, पिज्जा का निचला हिस्सा और पास्ता आदि ज्यादा खिलाने से बचें।
6.) ज्यादा रेशेदार वाला खाना शामिल करें
शिशु की हर खुराक में ज्यादा रेशेदार वाला एक खाना शामिल करने की कोशिश करें।
7.) कभी-कभी दूध की वजह से शिशु को कब्ज या पतले दस्त होते हैं अतः एक गिलास दूध पीने के बाद क्या होता है उन लक्षणों पर ध्यान दें।
हालांकि शिशुओं में कब्ज की बीमारी आसानी से दूर की जा सकती है लेकिन यदि यह एक खास समय के बाद भी ठीक न हो तो डाक्टर की सलाह जरूर लें।
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