बच्चे को जिज्ञासु बनाने के लिए जरुर आजमाए इन उपायों को

Sadhna Jaiswal के द्वारा बनाई गई संशोधित किया गया Oct 05, 2020

हर पेरेंट्स ये चाहते हैं कि उनका बच्चा सबसे तेज, एक्टिव, और जिज्ञासु बने, लेकिन ज्यादातर पेरेंट्स को पता नहीं होता की वो अपने बच्चे को जिज्ञासु कैसे बनाएं। जो महिलाएं अपनी प्रेगनेंसी के दौरान योग धयान करती है, प्रेरणादायक पुस्तकें पढ़ती हैं, और सकारात्मक सोच रखती है। उनके बच्चे शांत, दयालु, और जिज्ञासु होते हैं। लेकिन बच्चे के जन्म के बाद भी आप अगर उसे सही दिशा दे तो आप उसे जिज्ञासु और एक अच्छा इन्सान बना सकती है। तो आईये जानते है की आप अपने बच्चे को जिज्ञासु बनाने के लिए क्या क्या कर सकते है।
बच्चे के बौद्धिक विकास के लिए इन उपायों को आजमाएं / Try these remedies for the intellectual development of the child in Hindi
- जल्दी शुरुवात करें:- जैसा की हम जानते हैं की 1 से 3 साल के बच्चे का दिमाग बहुत तेजी से विकास कर रहा होता है। इसीलिए उसे सिखाने की शुरूआत जल्दी करें। बच्चे को कुछ भी सिखाने के शुरू के तीन साल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इस समय को बिलकुल भी नहीं गंवाना चाहिए। इसमें आप जो भी बच्चे को सिखाने की कोशिश करेंगी, बच्चा तेजी से सीखेगा। बच्चे का दिमाग मां के पेट से ही एक्टिवेट हो जाता है। इसीलिए बच्चे को खेल खेल में मैनर्स सिखाये। उसे आसपास की चीजों और उनका इस्तेमाल बताएं। जिससे उसे और चीजो को जानने में जिज्ञासा बढेगी और उसका दिमाग सोचना स्टार्ट करेगा और सोचने से दिमाग का विकास होता है तो बच्चे को सिखाने की शुरुवात जल्दी करें।
- प्रोत्साहित करें:-अपने बच्चे को हमेशा प्रोत्साहित करें। बच्चे की चाहे कितनी भी बड़ी गलती हो उसे डांटे नहीं, क्योकि बच्चा नहीं जानता की वह क्या कर रहा है। तीन साल के बच्चे के लिए सब चीजे नई होती हैं, वो हर चीज को जानने की कोशिश करता है और हमें लगता है की वो गलती कर रहा है। बच्चे को डांटने की बजाय उसे समझाएं की तुम और भी अच्छा कर सकते हो, तुममे वो बात है, तुम बेस्ट हो कोई भी माँ अगर चाहे तो सकारात्मक सलाह देकर अपने बच्चे को सफल इंसान बना सकती है। बच्चे को उत्साहित कीजिये क्योंकि बच्चा वही करता है जैसा आप उसे करने के लिए कहते है। और बच्चा वही बनता है जैसा आप उसे बनाते है। इसीलिए हमेशा बच्चे को प्रोत्साहित करें।
- कहानियां सुनाएं:- कहानी सुनना अपने आप में एक बहुत अच्छा तरीका है। जब बच्चा कहानी सुनता है, तब वह एक अच्छा श्रोता होता है। जिसकी वजह से उसकी एकाग्रता बढ़ती है और उसकी समरण शक्ति बढ़ती है। आप उसे नैतिकता वाली कहानी सुनाएं। नैतिक स्टोरी का बच्चे पर बहुत असर पड़ता है। जो बच्चे कहानी सुनते हैं वो बच्चे जिज्ञासु और शार्प माइंडेड होते हैं। तो अपने बच्चे को कहानी जरुर सुनाएं।
- खिलोनौं की मदद से:- आप अपने बच्चे को खिलौनों की मदद से भी जिज्ञासु बना सकते हैं। बच्चो को खिलौना खेलने के लिए दें और आप भी उनके साथ में खेलने की कोशिश करें। उसे खिलौनों के बारे में बताएं ये ट्रेन है, ये बस है। उसे पज़ल्स वाले गेम्स भी दे, जिसे उसे अपने आप सोल्व करने दें। और बच्चे को ड्राइंग भी करने के लिए दें उसके साथ आप भी रहें और उससे कुछ क्रिएटिव करवाएं, कुछ ऐसा जिसे करके बच्चा खुश हो।
- बच्चे के साथ अच्छा समय बिताएं:-अपने बच्चे के साथ समय जरुर बिताएं। वैसे तो माँ का समय बच्चे के लिए होता ही है, लेकिन पिता को भी चाहिए की अगर वो अपने व्यस्त समय से ज्यादा टाइम नहीं निकाल पाते हैं तो जितना भी समय मिलता है, आप अपने बच्चे के साथ अच्छा समय जरूर बिताइये। उसे खुश रखें, उसे प्यार दे, उसकी बातें सुने, उसे सकारात्मक सलाह दें, अपने बच्चे को प्रोत्साहित करें और आपके बच्चे को जो अच्छा लगता है उनके लिए करें। कुछ लोगो को लगता है की बच्चे ज्यादा लाड़ प्यार से बिगड़ जाते हैं। लेकिन ऐसा नहीं होता तीन साल तक के बच्चे को आप जितना ज्यादा प्यार करेंगे, उसकी बातें सुनेंगे, उसके सवालों का सही जवाव देंगे वो उतना ही जिज्ञासु बनेगा।
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इस ब्लॉग को पेरेंट्यून विशेषज्ञ पैनल के डॉक्टरों और विशेषज्ञों द्वारा जांचा और सत्यापित किया गया है। हमारे पैनल में निओनेटोलाजिस्ट, गायनोकोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिशियन, न्यूट्रिशनिस्ट, चाइल्ड काउंसलर, एजुकेशन एंड लर्निंग एक्सपर्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, लर्निंग डिसेबिलिटी एक्सपर्ट और डेवलपमेंटल पीड शामिल हैं।


| Feb 02, 2020

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