प्रेगनेंसी के दौरान सर्दी के मौसम में इन बातों का ख्याल करें

Supriya Jaiswal के द्वारा बनाई गई संशोधित किया गया Dec 03, 2018

सर्दी का मौसम यूँ तो बहुत ख़ूबसूरत होता है, लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान ये कई बार मुश्किल का सबब भी बन जाता है। गिरते तापमान में सर्दी-ज़ुकाम, संक्रमण आदि का ख़तरा बढ़ जाता है, लेकिन कुछ तैयारियों के साथ आप इन मुश्किलों से बच सकती हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान सर्दी के मौसम में इन बातों का रखें ध्यान / What Things Should Be Taken Care Of In Pregnancy During The Winter Season In Hindi
सर्दी के मौसम में भी आप प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ रह सकें इसके लिए आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- रूखापन: सर्दियों में रूखेपन की समस्या आम है। सर्दियों में हवा ख़ुश्क हो जाती है, गर्म पानी से नहाने और blower आदि का इस्तेमाल करने से भी त्वचा रूखी होती है। पेट की त्वचा खिंचने से खुजली हो सकती है। इससे बचने के लिए पूरे शरीर व चेहरे पर moisturizer लगायें। ज़्यादा गर्म पानी से ना नहाएं और नहाने के तुरंत बाद moisturizer लगा लें। इस ब्लॉग को जरूर पढ़ लें:-सर्दियों में त्वचा पे रैशेस की शिकायत को कैसे करें दूर
- शरीर में पानी की कमी: इस दौरान कम प्यास लगने से शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है, जिससे Dehydration होने का ख़तरा बना रहता है। इससे बचने के लिए भरपूर पानी पियें।प्यास न लगे, तो भी याद से हर घन्टे थोड़ा-थोड़ा गुनगुना पानी पीती रहें। फलोंके रस और नारियल पानी जैसे तरल सर्दियों में भी उतने ही आवश्यक होते हैं जितने कि गर्मियों में, इसलिए इनका सेवन सर्दियों में भी जारी रखें।
- कीटाणुओं से करें बचाव सर्दियों में कीटाणुओं की संख्या बढ़ जाती है, इसलिए आपको बार-बार हाथ धोने चाहिए। फ्लू और संक्रमण से बचने के लिए नाक और मुंह को छूने से बचें। प्रेगनेंसी के दौरान शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है इसलिए किसी को सर्दी या ज़ुकाम हो तो उससे दूरी बना कर रखें और मुंह व नाक को ढंके रहें।
- बिस्तर में ज़्यादा न रहें सर्दियों में सबसे मुश्किल काम होताहै बिस्तर से निकलना। भले ही ये सुकूनदायक लग रहा हो, लेकिन ज़्यादा समय बिस्तर में रहना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है। थोड़ी-थोड़ी देर में निकल कर आपको चलना-फिरना चाहिए। घर पर ही हल्का व्ययाम करें।
- ठण्ड से बचाव प्रेगनेंसी के दौरान शरीर का आकार बढ़ने से ठण्ड लगने की संभावना भी बढ़ जाती है इसलिए आपको ठण्ड से बचाव की ज़्यादा ज़रूरत होती है। अपने शरीर को ही नहीं नाक, कान, हाथ व पैर की उँगलियों को ढंक के रखें।आरामदायक गर्म कपड़े पहनें।
- बिना सलाह के दवाई न लें सर्दियों में कभी न कभी सबको ज़ुकाम, खांसी आदि होता है। यदि प्रेगनेंसी के दौरान आप बीमार पड़ती हैं तो आपको घर में मौजूद कोई भी दवाई लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए ताकि बच्चे को कोई नुकसान न हो।
- धूप में गुज़ारें वक़्त प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में विटामिन D की कमी ना हो इसका ध्यान रखना ज़रूरी है। विटामिन D का सबसे अच्छा स्त्रोत है धूप। सर्दियों में धूप सुहानी हो जाती है, इसका आपको फ़ायदा उठाना चाहिए और रोज़ थोड़ा समय धूप में बिताना चाहिए।
- पैरों की सूजन और जूते: प्रेग्नेंसी में पैरों में सूजन आने के कारण जूते पहनना मुश्किल हो जाता है। इसके लिए पहले से तैयारी करें और बड़े साइज़ के जूते लेकर रख लें। सूजन के कारण चप्पल या सैंडल आदि में बाहर जाने की भूल कभी ना करें। सर्दी के मौसम में सड़क हलकी गीली रहने के कारण फिसलने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए चलते वक़्त ज़्यादा सावधानी बरतें।
- खान-पान सर्दियों में भरपूर फल व सब्ज़ियाँ खाएं, ताकि शरीर को ज़रूरी विटामिन मिलते रहें। विटामिन C वाले फल ज़रूर खाएं, ये आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करेंगे। ज़्यादा खाने से बचें।
- बाहर निकलने से बचें प्रेगनेंसी के दौरान आपका शरीर ज़्यादा संवेदनशील होता है। ठण्ड में ज़्यादा बाहर रहने से ठंडी हवा से सामना होता है जो बच्चे और आपके लिए ख़तरा हो सकता है। बाहर जाना पड़े तो पूरे शरीर को ढंक के निकलें।
तो सर्दी के मौसम में अगर आपने इन 10 बातों का ध्यान रखा तो आप निश्चित रूप से स्वस्थ रहेंगी और ये आपके होने वाले बच्चे की सेहत और तंदरुस्ती के लिए भी बढिया रहेगा।
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