कैसे रोकें बच्चों की ज़्यादा कार्टून देखने की आदत को

Anurima के द्वारा बनाई गई संशोधित किया गया May 31, 2018

आजकल के बच्चों में टीवी पर कार्टून शो देखने का क्रेज ज्यादा रहता है। कार्टून देखने में बच्चों को मजा आता हो और वह खुश रहते हैं, ऐसे में कई पैरेंट्स उन्हें कार्टून देखने देते हैं। पर ज्यादा कार्टून देखना बच्चों को नुकसान भी पहुंचाता है। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि अधिक कार्टून देखने से बच्चों की काल्पनिक शक्ति पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे बच्चे वास्तविकता से दूर हो जाते हैं। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे आखिर ज्यादा कार्टून देखना बच्चों पर क्या असर डालता है और इस आदत को कैसे छुड़ा सकते हैं।
बच्चों पर पड़ता है ये प्रभाव
- भाषा व बोलने का लहजा - कार्टून कैरेक्टर को हिट करने व दर्शकों को हंसाने के लिए उसे बनाने वाले उसकी आवाज व संवाद को अलग तरीके से पेश करते हैं। ज्यादा कार्टून देखने वाले बच्चे धीरे-धीरे कार्टून कैरेक्टर की तरह ही बात करने लगते हैं। उनकी भाषा खराब हो जाती है और बोलने का लहजा भी अजीब हो जाता है।
- अजीब हरकतें – बच्चे कार्टून कैरेक्टर की नकल करते हुए उसी की तरह अजीबो-गरीब हरकतें करने लगते हैं। इन सबसे में कई बार वे खुद को चोटिल भी कर लेते हैं।
- दूसरे बच्चों से दूरी - कार्टून अधिक देखने वाले बच्चों का सामाजिक जीवन भी प्रभावित होता है। वे कार्टून में इतना खो जाते हैं कि अपनी उम्र के दूसरे बच्चों के साथ खेलना उन्हें पसंद नहीं आता है। इस वजह से वह सामाजिक जीवन से अलग हो जाते हैं।
- कम शारीरिक गतिविधियां – कार्टून देखने वाले बच्चे हमेशा टीवी से चिपके रहते हैं। वे घर से बाहर नहीं निकलते। इससे वे खेलकूद में समय ही नहीं दे पाते। इन सब वजहों से उनकी शारीरिक गतिविधियां कम हो पाती हैं और यह नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा ऐसे बच्चों में टीवी देखते हुए ही खाने की आदत लग जाती है।
ऐसे छुड़ाएं आदत
- तय करें समय – अगर आप खुद को बच्चे से छुटकारा पाने के लिए उसे टीवी देखने की छूट दे रहे हैं, तो इसे बंद करना चाहिए। सारा दिन बच्चों को कार्टून न देखने दें। उनका टीवी देखने का समय तय करें। इसके अलावा बच्चे को किताब पढ़ने, कुछ घंटे खेलने व अन्य काम के लिए प्रेरित करें।
- नजर रखें – 1-2 घंटे कार्टून देखने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन इस दौरान बच्चे पर नजर रखें। इससे आप ये देखते रहेंगे कि बच्चा कुछ गलत तो नहीं देख रहा है या कुछ गलत तो नहीं सीख रहा है। इसके अलावा अगर वह कुछ जानना भी चाह रहा होगा तो फौरन आपसे पूछकर शांत हो जाएगा। इससे वह कुछ गलत नहीं करेगा।
- अच्छे-बुरे का अंतर समझाएं – बच्चे को कौन सा कार्टून प्रोग्राम देखना है और कौन सा नहीं, इसका चुनाव आप खुद करें। कार्टून में अच्छे-बुरे दोनों कैरेक्टर होते हैं। आप बच्चे को अच्छे व बुरे के बीच का फर्क बताएं। आजकल महाभारत, रामायण व कृष्णा जैसे सीरियल भी कार्टून कैरेक्टर में आ रहे हैं। इन्हें देखने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जरूरी है कि आप बच्चे को सही व गलत का अंतर बताएं।
- टीवी के नुकसान बताएं - बच्चों को ज्यादा टीवी देखने के नुकसान बताएं। उन्हें समझाएं कि किस तरह ज्यादा देर तक टीवी देखने से उनकी आंखें खराब हो सकती हैं। इसके अलावा टीवी के तेज आवाज से सिर दर्द व सुनने में दिक्कत जैसी समस्या भी हो सकती है। इसलिए ज्यादा टीवी न देखें। हो सकता है नुकसान के बारे में जानकर बच्चा ज्यादा टीवी न देखे।
- सेहत के राज बताएं – अपने लाडले को अच्छी सेहत के राज बताएं। उसे समझाएं कि एक जगह बैठे रहने से कैसे सेहत को नुकसान पहुंचता है और मोटापा बढ़ता है। उसे रोजाना आउटडोर गेम्स खेलने के लिए प्रेरित करें। इससे उसकी टीवी देखने की आदत कम हो जाएगी।
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इस ब्लॉग को पेरेंट्यून विशेषज्ञ पैनल के डॉक्टरों और विशेषज्ञों द्वारा जांचा और सत्यापित किया गया है। हमारे पैनल में निओनेटोलाजिस्ट, गायनोकोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिशियन, न्यूट्रिशनिस्ट, चाइल्ड काउंसलर, एजुकेशन एंड लर्निंग एक्सपर्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, लर्निंग डिसेबिलिटी एक्सपर्ट और डेवलपमेंटल पीड शामिल हैं।

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