गर्भावस्था में निम्न रक्तचाप(Low Blood Pressure) की समस्या के लक्षण और उपाय

Supriya Jaiswal के द्वारा बनाई गई संशोधित किया गया Mar 22, 2021

गर्भावस्था में लो ब्लड प्रेशर का होना कोई असामान्य बात नहीं है। यह शरीर में सर्कुलेशन के बढ़ने और हॉर्मोन्स में बदलाव के कारण होता है। गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में कम रक्तचाप की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। यह दूसरी तिमाही में भी हो सकती है। एक नार्मल व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 120/80 एमएमएचजी होता है। परन्तु अगर आप गर्भवती हैं और आपका ब्लड प्रेशर 90/50 एमएमएचजी से कम है तो उसे लो ब्लड प्रेशर या हाइपोटेंशन कहा जाता है। गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलाव होते रहते हैं जिससे आपको मूड स्विंग्स ,उल्टी ,मिचली और ब्लड प्रेशर के स्तर में उतार-चढ़ाव आ जाता है।कभी कभी ज्यादा टेंशन लेने से और डिप्रेशन में आने से भी ब्लड प्रेशर में अचानक गिरावट आ जाती है। साथ ही गर्भावस्था के दौरान एनीमिया और हाइपोग्लाइसीमिया होने से भी बीपी कम हो सकता है। विटामिन-बी12 और फोलिक एसिड की कमी के कारण भी ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।
गर्भावस्था में लो ब्लड प्रेशर के लक्षण /Low Blood Pressure in Pregnancy in Hindi
अगर आपका ब्लड प्रेशर हमेशा नार्मल रहा है तो शायद आप प्रेगनेंसी में होने वाले लो ब्लड प्रेशर की परेशानी को पहचान ना पाए | इसलिए कुछ सामान्य लक्षण जो इससे जुड़े है वो है –बेहोश होना ,सर घूमना ,मिचली महसूस करना, ठंड लगना, धुंधला दिखना, मुँह सूखा लगना, थकान महसूस करना,आदि | इन लक्षणों को ध्यान में रखते हुए आपको कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए जैसेकि -
- अगर आपको चक्कर महसूस हो तो तुरंत बैठ जाए ताकि गिरने से बच सके क्युोंकि गिरने से आपके साथ साथ बच्चे को भी नुक्सान हो सकता है।
- अगर आप बहुत देर से बैठी हैं तो अचानक उठ के चलने की कोशिश ना करे ,थोड़ा समय लें फिर खड़े हो और चले।
- अगर आपका ब्लड प्रेशर तेजी से कम होता है, तो इससे शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो सकती है, जिससे शिशु के दिल और दिमाग के विकास में बाधा पहुंच सकती है। अपनी बायीं ओर सोएं, इससे ह्रदय में रक्त संचार बढ़ता है और ब्लड प्रेशर नार्मल रहता है
लो ब्लड प्रेशर के कुछ घरेलू उपाय /Home Remedies for Low Blood Pressure in Hindi
बीपी(रक्तचाप) के अचानक गिराने पर कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल करके आप रहत पा सकती है | और उसके बाद अपने डॉक्टर से जरूर मिले आप इसे हल्के में लेने की भूल बिलकुल भी ना करे |
- कॉफी (Drink Coffee) - वैसे तो प्रेगनेंसी में कॉफ़ी का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए पर कॉफी लो ब्लड प्रेशर के लिए अच्छा होता है। प्रेगनेंसी में एक से दो कप कॉफी पीने से लो ब्लड प्रेशर की समस्या को कम किया जा सकता है।
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जूस( Drink Juice) - लो ब्लड प्रेशर होने आप ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करें। फलों के जूस ,नारियल पानी ,सब्जियों का जूस और भरपूर मात्रा में पानी पीना ना भूले।
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नमक का पानी(Salt Water) - लो ब्लड प्रेशर होने पर एक गिलास पानी में आधा चम्मच नमक डालकर पीये। नमक का पानी पीने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, नमक में सोडियम होता है, जो ब्लड प्रेशर बढ़ाने में मदद करता है, लेकिन आप इसका सेवन ज्यादा न करें। इससे सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
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खजूर (Dates) - खजूर में बहुत सरे पोषण तत्व होते है ,एक गिलास दूध में दो से तीन खजूर डालकर उबालें और फिर इसे पिएं।इससे आपको आराम मिलेगा।
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खानपान का ख्याल रखें - ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखने के लिए जरूरी है सही खानपान। आप हरी पत्तेदार सब्जियां व फल खाएं और ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। ऐसे में आपका रक्तचाप सामान्य रहेगा।
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आराम करें - गर्भावस्था के दौरान आराम करना जरूरी है। इससे रक्तचाप जैसी समस्याएं दूर रखने में मदद मिलती हैं। इसके अलावा, अगर आप बिस्तर पर लेटी हैं, तो उठने में जल्दबाजी न करें। जल्दबाजी में उठने से आपको चक्कर आ सकते हैं। इसलिए, धीरे-धीरे अपने बिस्तर से उठें।
- आरामदायक कपड़े पहनें - लो ब्लड प्रेशर की समस्या न हो इसके लिए गर्भवती को ढीले-ढाले और आरामदायक कपड़े पहनने चाहिए। ऐसा करने से गर्भवती को थकान नहीं होगी और चक्कर आने की परेशानी नहीं होगी।
अगर आपको हृदय से संबंधित परेशानियां हैं, तो इससे आपके रक्तचाप के स्तर में गिरावट आ सकती है। इससे बचने के लिए अपनी दिनचर्या सही रखें और टेंशन ना लें | जहां तक हो सके अपना ख्याल रखे और खान पान पर ध्यान दें। अपने डॉक्टर से समय समय पर मिले और अपना बीपी जांच कराते रहें।
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इस ब्लॉग को पेरेंट्यून विशेषज्ञ पैनल के डॉक्टरों और विशेषज्ञों द्वारा जांचा और सत्यापित किया गया है। हमारे पैनल में निओनेटोलाजिस्ट, गायनोकोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिशियन, न्यूट्रिशनिस्ट, चाइल्ड काउंसलर, एजुकेशन एंड लर्निंग एक्सपर्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, लर्निंग डिसेबिलिटी एक्सपर्ट और डेवलपमेंटल पीड शामिल हैं।
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