कैसे करे अपने शिशु के गर्भनाल (Umbilical Cord) की सही देखभाल?

बहुत सारे माता-पिता इस बात को लेकर परेशान होते हैं कि उनके नवजात की नाभि का ध्यान किस प्रकार रखा जाए। जब आप गर्भवती होती हैं तो आपके बच्चे का गर्भनाल(Umbilical Cord) ही उसका जीवनरेखा होता है जिसकी मदद से गर्भस्थ शिशु को सभी पोषक तत्व और ऑक्सीजन मिलता है। ये गर्भाशय में आपको और बच्चे को गर्भ के छठे सप्ताह से बच्चे के जन्म तक जोड़े रखता है। जब बच्चे का जन्म होता है तो गर्भनाल की जरूरत नहीं होती, तब आपका बच्चा सांस ले सकता है, खुद खा सकता है (दूध पी सकता है) और शरीर के अपशिष्ट भी निकाल सकता है। इसलिए जन्म के बाद गर्भनाल को काटकर ही शिशु को माँ से अलग किया जाता है। इसके बाद नवजात की सूख रही नाभि नाल का क्या किया जाए, इसकी जानकारी आवश्यक है।
नवजात शिशु के गर्भनाल से संबंधित किन बातों को जानना जरुरी है?/ Must-know Things About Baby's Umbilical Cord in Hindi
कुछ लोग शिशु की इस नाभि को जल्द से जल्द अलग करने की कोशिश में, या उसे ठीक करने के लिए कुछ ऐसी चीज़ें लगा देते हैं जिससे बच्चे को नुकसान हो सकता है। ठीक प्रकार खयाल न रखने से नवजात की नाभि में संक्रमण तक हो सकता है। इसलिए माता-पिता या देखभाल करने वाले व्यक्ति को इस बात की पूरी जानकारी होनी चाहिए कि नवजात की नाभि की देखभाल करने का सही और स्वस्थ तरीका कौन सा है। गर्भनाल काट दिए जाने के बाद उसकी देखभाल तब तक करनी चाहिए जब तक कि ये स्टंप अच्छे से गिर ना जाए।
जन्म के एक घंटे के अंदर बच्चे के गर्भनाल स्टंप को चिकित्सक अच्छे से एंटिसेप्टिक से साफ करते हैं। ऐसा इंफेक्शन से बचने के लिए किया जाता है। बच्चे के गर्भनाल पर लगे क्लिप को अमूमन 24 घंटे में हटा दिया जाता है। ध्यान रखें, अस्पताल से निकलने से पहले चिकित्सक की सलाह से क्लिप को हटा दें क्योंकि इसका डायपर बदलने के दौरान खींचे जाने का डर होता है जिससे स्टंप को नुकसान भी पहुंच सकता है। इस ब्लॉग को जरूर पढ़ें:- नवजात शिशु के नाभि ठूंठ की देखभाल से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
कैसे करे अपने शिशु के गर्भनाल की सही देखभाल? /How to Care for Umbilical Cord of Baby after Delivery
- सबसे पहले तो यह जानना ज़रूरी है कि यह गर्भनाल(Umbilical Cord) अपने आप सूख जाती है, इसलिए इसमें कुछ करने की ज़रुरत नहीं होती। ध्यान रखें कि बच्चे के इस हिस्से में कोई चोट न लगे। जन्म के तुंरत बाद आपके बच्चे का गर्भनाल बिल्कुल सफेद और चमकता हुआ नजर आता है। अगले कुछ सप्ताह (लगभग तीन सप्ताह) के बाद गर्भनाल मुरझाने लगता है, फिर सूख जाता है। इसका रंग धीरे- धीरे भूरा, ग्रे या काला भी हो जाता है। अंततः ये स्टंप धीरे- धीरे खुद खत्म हो जाता है। इसे सूखने और गिरने में कम से कम 7 से 21 दिन लगते हैं।
- गर्भनाल स्टंप को ठंढा किए हुए उबले पानी में रूई के फाहे को भिगोकर इससे साफ करें। अगर क्लिप अभी भी जुड़ा हुआ है तो क्लिप को धीरे से उठाएं और साफ करें। इसके अलावा ये ध्यान रखें कि वहां से किसी तरह की दुर्गन्ध, पस या लाल निशान नहीं दिख रहे हों। ये इंफेक्शन के भी लक्षण हो सकते हैं। ध्यान रहे कि साफ करते समय ज्यादा जोर ना लगाएं। यहाँ इस बात को याद रखें, कि कुछ हल्का सूखा खून होना नॉर्मल है।
- गर्मियों के मौसम में बच्चों को सूती कपड़े पहनाएं। इससे उनका स्टंप जल्दी सूखेगा। अगर कपड़े का कोई धागा नाभि में फंस जाता है तो उसे खींचने की कोशिश ना करें। डायपर पहनाते समय बच्चे के डायपर का पिछला हिस्सा सामने की तरफ रखें ताकि वो नाभि से टच न हो। इससे इस हिस्से में हवा लगती रहेगी और वो जल्द सूखेगा। जहां तक संभव हो, इन दिनों बच्चे को टब में ना नहलाएँ।
- जब गर्भनाल गिर जाती है तो नाभि से खून और पीप आ सकती है। इस हिस्से पर हल्का जोर लगाकर साफ कपड़े और वाइप्स से हिस्से को साफ करें। गर्भनाल के गिरने पर चिकित्सक की सलाह पर क्रीम का प्रयोग करें और अन्य तरह की दवाईयों से बचें। अगर गर्भनाल के गिरने पर इस हिस्से से लगातार खून और पीप निकल रही है और इसके आसपास का हिस्सा लाल रंग का हो गया है तो आप तुरंत चिकित्सक के पास जाएं।
- आपको यह जानना आवश्यक है कि गर्भनाल(Umbilical Cord) से जुड़े किन मामलों में आपके बच्चे को चिकित्सा की जरूरत है? अगर आप किसी तरह की ताप, सूजन, नाभी के आसपास लाल सा निशान दे या कुछ दुर्गन्धित स्राव हो तो बच्चे को तुंरत चिकित्सक के पास ले जाएं।
- अगर गर्भनाल के आसपाल त्वचा लाल, गर्म, सूजन नहीं हो लेकिन आप स्टंप गिर जाने के बाद भी नाभी से लगातार हल्का हरा या पीला स्राव देख रहे हैं तो यह गर्भनाल ग्रैनुलोमा हो सकता है। इस स्थिति में चिकित्सक द्वारा सिल्वर नाइट्रेट गर्भनाल में दिया जा सकता है। सिल्वर नाइट्रेट स्टंप के पास टिशू को सूखा कर देता है और धीरे धीरे नॉर्मल त्वचा वहां बनने लगती है।
- स्टंप के आसपास हल्का सूखे खून का होना नॉर्मल है लेकिन अगर आपको गर्भनाल से निरंतर रक्तस्त्राव दिखाई दे तो ये चिंता की बात जरूर है। तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
- बच्चे के नाभी के आसपास उभरा हुआ टिशू स्टंप के गिरने के बाद दिखाई दे तो इसे गर्भनाल हर्निया कहते हैं। ज्यादातर ये खुद ब खुद ठीक हो जाते हैं लेकिन बच्चे को दर्द हो अथवा यह ठीक न हो, तो चिकित्सक को जरूर दिखाएं। अगर बच्चे का गर्भनाल स्टंप खुद 4 सप्ताह में ना खत्म हो तो चिकित्सक से जरूर संपर्क करें। ये आपके बच्चे के इम्यून से जुड़ी समस्या भी हो सकती है।
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