क्या हैं हल्दी के फायदे ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए

Supriya Jaiswal के द्वारा बनाई गई संशोधित किया गया Apr 22, 2021

बच्चे के लिए मां का दूध सबसे बेहतर होता है पर स्तनपान कराने वाली मांओं को खान-पान का काफी ध्यान रखना पड़ता है। दरअसल ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाएं जो भी खाद्य पदार्थ का सेवन करती हैं, उसका सीधा असर बच्चे के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को अपने खानपान पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। अगर महिलाएं पोषक तत्वों का सेवन करती हैं, तो दूध के माध्यम से बच्चे को भी पोषण मिलता है। इसी कड़ी में पोषण व अन्य स्वास्थ्य लाभों के लिए स्तनपान कराने वाली महिलाएं हल्दी का सेवन करती हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि आखिरकार कैसे ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए हल्दी वरदान है।
ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए हल्दी का सेवन करने के फायदे / Benefits Of Taking Turmeric For Women Feeding Breast In Hindi
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नहीं होती लिवर की दिक्कत – हल्दी के सेवन से लिवर में होने वाली दिक्कतें दूर रहती हैं। हल्दी एंजाइम्स के उत्पादन को बढ़ाता है, जो आपके लिवर के खून को डिटॉक्सीफाइ करने में मदद करता है। इसके अलावा हल्दी स्तनपान कराने वाली महिलाओं के ब्लड सर्कुलेशन को भी ठीक बनाता है।
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नहीं होती पेट से संबंधित समस्या – हल्दी में अधिक मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं। यह गुण पेट में होने वाले बैक्टीरिया और कीटाणुओं को खत्म करते हैं। ऐसे में हल्दी के सेवन से पेट से जुड़ी समस्या (कब्ज, दस्त और एसिडिटी) नहीं होती। इसके अलावा यह महिलाओं के पेट के सूजने जैसी समस्या को भी दूर करता है।
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इम्यूनिटी सिस्टम में आता है सुधार – हल्दी में लाइपोपॉलीसेकराइड नामक एक पदार्थ होता है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यूनिटी को बढ़ाता है। इसके अलावा हल्दी में एंटीफंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल तत्व भी मौजूद होते हैं। ये महिलाओं व बच्चे को सर्दी-जुकाम व बुखार जैसी प्रॉब्लम से दूर रखते हैं।
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ओस्टयोऑर्थराइटिस से बचाती है – हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं। ये दोनों गुण ओस्टियोऑर्थराइटिस की वजह से होने वाले दर्द और सूजन से आजादी दिलाता है। इसके अलावा हल्दी फ्री रेडिकल्स को भी न्यूट्रिलाइज करता है। इससे दर्द से राहत मिलती है। ऐसे में अगर ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिला हल्दी का सेवन करे तो वह इन सब दिक्कतों से दूर रह सकती है।
- कोलेस्ट्रॉल करता है कम – हल्दी दिल को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है। दरअसल हल्दी के सेवन से महिलाएं कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकती हैं। कोलेस्ट्रॉल का अधिक होना कई गंभीर बीमारियां पैदा कर सकता है। ऐसे में जरूरी है कि हल्दी के सेवन से इसे कंट्रोल में रखा जाए।
हल्दी को कई गुणों से भरपूर औषधि के रूप में भी जाना जाता है। बढ़ती उम्र के बच्चों के लिए भी हल्दी बहुत फायदेमंद माना जाता है।
बढ़ती उम्र के बच्चों के लिए हल्दी के लाभ / Benefits Of Turmeric For Children In Hindi
- एक मां होने के नाते आपने नोटिस किया होगा कि आपके बच्चे अक्सर सर्दी जुकाम या ठंढ़ से परेशान रहते होंगे। ऐसी परिस्थिति में हल्दी बेहद असरदार दवा के रूप में काम करती है। इसके लिए आप बस एक कप दूध को उबाल लें और फिर इसमें एक चुटकी हल्दी मिला दें। स्वाद के लिए अगर आप चाहे तो इसमें थोड़ी मात्रा में गुड़ या चीनी मिला दें। इसे आप अपने बच्चे को पिलाएं आपको साफ फर्क महसूस नजर आएगा।
- सूखे रोग से पीड़ित बच्चों के लिए भी हल्दी रामबाण का काम करता है। इस रोग से बचाव के लिए हल्दी की गांठ को चूने के पानी में लगातार 8 दिन डुबोकर रखें। इसके बाद फिर से ताजे पानी में घुटाई करके इसकी छोटी-छोटी गोलियां बना लें। इसकेबाद मरीज को दिन में 2 बार एक-एकगोली सुबह शाम दूध के साथ खिलाने पर बच्चे की हड्डियां मजबूत होंगी और सूखे रोग से भी निजात मिल जाएगा।
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- ठंड लगने के बाद अगर बुखार आता हो तो एक गिलास गरम दूध में आधा चम्मच हल्दी, एक चुटकी काली मिर्च के साथ पीने से बुखार जल्दी उतर जाता है।
- हल्दी और नीम को की समान मात्रा लेकर पीस लें। इसकी छोटी-छोटी गोलियां बना लें। रोजाना सुबह ये गोलियां खाने से शरीर की सफाई अच्छे से होती है। साथ ही कैंसर की कोशिकाएं शरीर से बाहर निकल जाती हैं।
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