बच्चों से रिश्ता मज़बूत करना है तो करें ये 10 काम

Parentune Support के द्वारा बनाई गई संशोधित किया गया Feb 24, 2021

ये बेहद ज़रूरी है कि बच्चे ख़ुद को आपसे जुड़ा हुआ महसूस करें और उन्हें लगे कि आप उन्हें समझते हैं. कोई भी रिश्ता जितना मज़बूत होता है उतना ही मधुर होता है. बच्चे भी ख़ुद को अपने माता-पिता के क़रीब महसूस करने पर ज़्यादा सहयोग करते हैं. उन्हें डांट कर, उन पर चिल्ला कर, उनकी आलोचना कर के आप कभी ये मज़बूत रिश्ता नहीं बना पाएंगे. उनसे मज़बूत रिश्ता बनाने के लिए आपको हर रोज़ ये चीज़ें करनी चाहियें.
बच्चों से रिश्ता मज़बूत करना है तो करें ये 10 काम ?/How to Strengthen Relations with Kids in Hindi
अगर आप चाहते हैं की आपका बच्चे का आपसे रिश्ता मज़बूत रहे, तो इन 10 आदतों को अपने डेली रूटीन में अवश्य शामिल करें। इसे पढ़ें
#1. हर दिन उन्हें 10 से 12 बार गले लगायें
सुबह उठने के साथ उन्हें प्यार से गले लगायें और जब वो सोने जायें तब भी. जब आप उन्हें Bye कहें या जब आप उनसे दोबारा मिलें तब उन्हें गले लगायें. उनके बाल सहलाने, पीठ थपथपाने जैसी छोटी-छोटी चीज़ों से वो बहुत बेहतर महसूस करेंगे.
#2. उनके साथ खेलें
साथ खेलने और खिलखिलाने से वो आपके ज़्यादा क़रीब आते हैं. थोड़ा ही सही, दिन में उनके साथ खेलने के लिए समय ज़रूर निकालें.
#3. जब उनके साथ हों, तो टेक्नोलॉजी से दूरी बना लें
अगर आप उनकी बात सुनने के लिए फ़ोन या टीवी ऑफ़ कर देते हैं, तो उन्हें समझ आता है कि वो आपके लिए ज़रूरी हैं. आगे चल कर वो हमेशा इस चीज़ के लिए आपकी इज्ज़त करेंगे.
#4. बदलाव के समय उनके साथ रहें
बच्चे कई बार बदलावों के साथ सहज नहीं हो पाते. अगर आप किसी बदलाव के साथ सहज होने में उनकी मदद करते हैं तो उनके लिए बदलाव को अपनाना ज़्यादा आसान हो जाता है. किसी भी बदलाव के समय उन्हें एहसास दिलाते रहें कि आप उनके साथ हैं.
#5. उनसे बात करने के लिए वक़्त निकालें
आप कितने ही व्यस्त क्यों न हों, बच्चों से अकेले में बात करने के लिए दिन में कम से कम 15 मिनट ज़रूर निकालें.
#6. उन्हें भावनाएं ज़ाहिर करना सिखाएं
अच्छे मानसिक स्वास्थय के लिए ज़रूरी है कि बच्चे अपनी भावनाएं ठीक से ज़ाहिर कर पाएं. अगर वो रोना चाहें तो उन्हें रोकें न, बस एहसास दिलाएं कि आप उन्हें समझते हैं.
#7. हमदर्दी जताएं
गहरे रिश्ते बनते हैं जब लोग एक-दूसरे की बात सुनते हैं. इसी तरह आपको अपने बच्चे की बात सुन कर उसके प्रति हमदर्दी जताने की आदत बनानी चाहिए. उनके नज़रिए का सम्मान करें और अपनी बात उन पर न थोपें.
#8. सिखाने की जल्दबाज़ी में न रहें
कई बार हम बच्चों को सिखाने में जल्दबाज़ी करने लगते हैं और ये उम्मीद करने लगते हैं कि वो जल्द से जल्द सब सीख जायें. इससे बच्चे तनाव में रहने लगते हैं और आपसे दूर होते चले जाते हैं. उन्हें अपने समय से चीज़ें सीखने दें और दबाव बिलकुल न बनाएं.
#9. सोने से पहले उनके साथ समय बिताएं
सोने से पहले अपने बच्चे के साथ समय बिताएं और उससे उसके दिन के बारे में जानें. इस तरह आप उसके दोस्त बन पाएंगे जो कि बेहद ज़रूरी है. इसे एक रूटीन बना लें.
#10. बच्चों की ज़िन्दगी के पलों में मौजूद रहें
बच्चों के लिए ये बहुत मायने रखता है कि आप उनके ख़ास दिनों पर उनके साथ मौजूद रहें. चाहें वो स्कूल का कोई फ़ंक्शन हो या कोई पार्टी. आपकी मौजूदगी उन्हें आत्मविश्वास से भर देगी.
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इस ब्लॉग को पेरेंट्यून विशेषज्ञ पैनल के डॉक्टरों और विशेषज्ञों द्वारा जांचा और सत्यापित किया गया है। हमारे पैनल में निओनेटोलाजिस्ट, गायनोकोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिशियन, न्यूट्रिशनिस्ट, चाइल्ड काउंसलर, एजुकेशन एंड लर्निंग एक्सपर्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, लर्निंग डिसेबिलिटी एक्सपर्ट और डेवलपमेंटल पीड शामिल हैं।









| Apr 18, 2019
Meri beti 16month ki he and she was very intelligent but vo mere pass aati nahi he sirf khaana khane ya sone aati he jaise hi pyaar karti hu uth I bhaag jaati he sirf uske dada dadi k pass jaati he mai use khilane I liye Taras jaati hu agar vo mere pass aati bhi he to uski dadi jaan bujh kar uske saamne aa jaati he or vo phir unke pass jaane k liye rone lagti he main kya karoo kaise bonding karu beti se

| Apr 20, 2019
Mera baby 1. 5 sal ka hai par vo aj kal bahut rota hai koi vjah nhi hoti rone ki sirf rota hai kabhi kabhi 1 1 ghanta rota hai kabhi bhi rat dupar agar uske mud ke hisabse thoda bhi alag hua to shuru kr deta hai mai uska sab time krti hu jaise khana dudh every thing plz tell me how to treat him .


