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बच्चे को बताएं एनर्जी सेविंग से जुड़ी ये बातें

ऊर्जा के स्रोत सीमित होते जा रहे हैं, ऐसे में जरूरी है कि हम ऊर्जा के बचत पर ध्यान दें। ये तभी संभव होगा जब आप अपने साथ बच्चों को भी एनर्जी सेविंग के बारे में सिखाएंगे। उन्हें ऊर्जा का महत्व बताएंगे। यहां हम बताएंगे कुछ ऐसे ही तरीके जिनके माध्यम से आप बच्चों को एनर्जी सेविंग सिखा सकते हैं।
क्या है ऊर्ज संरक्षण
अगर बच्चे को ऊर्जा संरक्षण सिखाना चाहते हैं तो सबसे पहले उसे बताएं कि यह होता क्या है और इसका महत्व क्या है। उसे बताएं कि किसी काम को करने के लिए ऐसी विधि का उपयोग करना जिससे वह काम पूरा होने में कम ऊर्जा लगे इसे ही ऊर्जा संरक्ष कहते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप कार से रोजाना ऑफिस जाते हैं और एक दिन कार की जगह साइकल से जाएं, तो इससे कार में लगने वाले ईंधन की बचत होगी। ऐसे में आपने इस ऊर्जा का संरण किया।
महत्व बताएं
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बच्चे को बताएं कि हम ऊर्जा का इस्तेमाल उसके उत्पादन से ज्यादा कर रहे हैं। कोयला, तेल, प्राकृतिक गैस व अन्य ऊर्जा के प्राकृतिक संसाधन सीमित हैं। उन्हें समझाएं कि अधिकतर ऊर्जा के स्रोत न तो दोबारा उपयोग में लाए जा सकते हैं और न ही उन्हें नया किया जा सकता है। इसी वजह से माना जा रहा है कि अगले 40 साल में ऊर्जा के हमारे सभी स्रोत समाप्त हो सकते हैं।
बच्चों को बचत के लिए दें ये सीख
- बच्चों को शुरू से ही ये सीख दें कि हर चीज की शुरुआत घर से होती है। ऐसे में ऊर्जा संरक्षण के लिए भी पहले घर से ही काम करना चाहिए। उन्हें बताएं कि कैसे हम घर पर प्रकाश, खाना पकाने, हीडिंग के लिए व कुछ अन्य कामों के लिए बिना बात के एनर्जी बर्बाद करते हैं। इसलिए हमें पहले यहां सुधार करना चाहिए।
- अपने बच्चे को समझाएं कि जब जरूरत न हो तो लाइट को बंद कर दें। हमेशा बल्व जलाकर न छोड़ें। इसके अलावा कोशिश करें कि सीएफएल बल्व घर में लगाएं, इससे ऊर्जा की खतप कम होती है।
- दिन में प्राकृतिक रूप से उजाला रहता है, ऐसे में दिन में लाइट न जलाएं। उजाले के लिए खिड़कियां व गेट खोलकर रखें।
- जल संरक्षण भी ऊर्जा संरक्षण का ही एक हिस्सा है। बच्चे को बताएं कि कैसे लोग हहजारों गैलन पानी बर्बाद कर देते हैं, जो गलत है। उन्हें समझाएं कि वे पानी की बर्बादी न करें।
- खाना बनाने में भी हम ऊर्ज की बर्बादी करते हैं। बच्चे को बताएं कि किस तरह खाना बनाने के दौरान कम ऊर्जा क्षमता वाले चूल्हों का उपयोग करके बचत की जा सकती है। उन्हें बताएं कि खाना बनाने के दौरान बर्तन को ढककर रखने से खाना जल्दी बनता है और ऊर्जा की बचत होती है। इसके अलावा खाना बनाने से पहले अगर अनाज को पानी में सही से भिगो लिया जाए तो भी वह जल्दी बन जाता है और गैस की बचत होगी। इसके अलावा उन्हें बताएं कि अगर संभव हो तो खाना बनाने के लिए बिजली की जगह सोलर कूकर व पानी गर्म करने के लिए गीजर की जगह सोलर वॉटर हीटर का उपयोग करें।
- कभी भी टीवी, म्यूजिक सिस्टम व अन्य बिजली उपकरणों को स्टैंडबाई मोड पर न रखें। इससे भी बिना बात के ऊर्जा की खपत होती है।
- गाड़ी का भी कम से कम यूज करने से भी ऊर्जा संरक्षण किया जा सकता है। बच्चे को समझाएं कि जब बहुत दूर जाना हो तभी गाड़ी का यूज करना चाहिए। छोटे छोटे काम व कम दूरी के लिए गाड़ी चलाने से बचें। इससे ईंधन बचेगा। इसके अलावा अगर पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेहतर है तो सबसे अच्छा यही होगा कि उसी से सफर किया जाए।
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